दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक बार फिर मुसीबत में पड़ते हुए नजर आ रहे है।बता दें कि आम आदमी पार्टी को कथित तौर पर सरकारी विज्ञापनों की आड़ में उसके राजनीतिक विज्ञापनों को प्रकाशित करवाने के लिए 163.62 करोड़ रुपये का वसूली नोटिस जारी किया गया है।
डीआईपी ने वसूली नोटिस केजरीवाल को जारी किया
आपको बता दें कि जो डीआईपी ने वसूली नोटिस केजरीवाल को जारी किया है। उसमें राशि पर लगा हुआ बयाज भी शामिल है। राशि का भुगतान करने के लिए उन्हें 10 दिनों का समय दिया गया है। अगर अरविंद केजरीवाल तय किए समय के अनुसार भुगतान करने में असफल रहे तो उन्हें LG के पिछले आदेश के अनुसार समयबद्ध तरीके से कानूनी कार्रवाई की जाएगी। फ़िलहाल इस नोटिस पर अभी तक दिल्ली सरकार ने या आप ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
एक बार पहले भी जारी हुआ था नोटिस
ऐसा पहली बार नहीं है, इससे पहले भी दिसंबर में उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने नोटिस जारी किया था। AAP ने इसे लव लेटर बताया था। तभी आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया था कि उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने बीजेपी के निर्देशों पर ऐसा किया है। इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा कि एलजी के पास ऐसा कोई अधिकार नहीं होता है।कि किसी भी प्रकार का कोई निर्देश जारी कर सके। यह काननू के तहत नहीं है।