दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने बुधवार को कनॉट प्लेस में फर्जी वीजा बनाने वाले गिरोह का पदार्फाश किया है। इस दौरान क्राइम ब्रांच ने मास्टरमाइंड समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया है।
रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने 293 पासपोर्ट भी बरामद किए हैं, जिनमें चार बांग्लादेश के और दो नेपाल के भी शामिल हैं। आरोपियों की पहचान बलदेव राज उर्फ गुरुजी, एस.आर कृष्णन, सुनील बिष्ट, एन.बी जोशी, अंश मदान, पी.के शुक्ला, बलिहार सिंह और कुलदीप सिंह के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि गिरोह कई देशों के वीजा हासिल करने के लिए जरूरी बैंक अकाउंट डिटेल, आई-टी रिटर्न और अन्य सहायक दस्तावेजों की जालसाजी में भी शामिल था। मास्टरमाइंड बलदेव राज ने साल 2003 में दिल्ली जाने से पहले लगभग दो दशक पहले पंजाब में चुनाव लड़ा था।
विदेश भेजने के बहाने धोखाधड़ी कर रहे थे –
विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध) रवींद्र सिंह यादव के अनुसार, एक पुलिस टीम को गिरोह का पता लगाने का काम सौंपा गया था, जो लोगों को विदेश भेजने के बहाने धोखाधड़ी कर रहे थे। खास जानकारी के आधार पर कनॉट प्लेस और अन्य जगहों पर छापेमारी की गई और तलाशी के दौरान बड़ी संख्या में पासपोर्ट, आपत्तिजनक दस्तावेज, करेंसी, जाली बैंक स्टेटमेंट, स्टांप, लेटर हेड आदि बरामद किए गए।
पिछले 10-12 सालों से अवैध वीजा कारोबार
पुलिस ने छापेमारी के दौरान आठ लोगों को गिरफ्तार करने के बाद कानून की संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया कि वे ‘ग्रीन टूर एंड ट्रैवल’ के नाम से टूर एंड ट्रैवल व्यवसाय चलाने की आड़ में पिछले 10-12 सालों से अवैध वीजा कारोबार चला रहे थे।