दिल्ली के नए उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना और अरविंद केजरीवाल के बीच तीखी नोंक झौक शुरू हो गई हैं। मिली जानकारी के मुताबिक पता चला है कि उपराज्यपाल ने अपनी शक्तियों का प्रयोग करना शूरू कर दिया है और उन्होंने राजधानी के मुख्यमंत्री केजरीवाल की कुछ प्रमुख फाइलों को अपने पास की कुछ समय के लिए रोक लिया हैं। बताया जा रहा है कि विनय कुमार सक्सेना का यह कदम केजरीवाल के सिंगापुर दौरे पर अंकुश लगा दिया हैं।
31 जुलाई से 3 अगस्त के बीच होना यह प्रमुख सम्मेलन
अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक एलजी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की कुछ फाइल्स को तीन सप्ताह से रोक रखा है। बताया जा रहा है कि ये फाइलें केजरीवाल के सिंगापुर दौरे के लिए अहम हैं। वह 'वर्ल्ड सिटीज समिट' में दिल्ली मॉडल पर बोलने के लिए सिंगापुर जाने की तैयारी में हैं। 31 जुलाई से 3 अगस्त के बीच यह सम्मेलन होना है।
तीन सप्ताह के लिए फाइलों को रोका गया
जानकारी के मुताबिक पता चला है कि अरविंद केजरीवाल के लिए यह सिंगापुर सम्मेलन काफी अहम माना जा रहा था क्यौंकि खुद सिंगापुर के उच्चायुक्त सिमोन वांग ने केजरीवाल को यह न्योता दिया था। लेकिन दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सनेा ने इस सम्मेलन से जुड़ी फाइलों को तीन सप्ताह के लिए अपने पास की रख लिया हैं। बताया जा रहा है सिंगापुर सम्मेलन की फाइल को एक से दो दिन के अंदर ही वापस आनी चाहिए थी लेकिन कुछ परिस्थितियों के चलते इन महत्वपूर्ण फाइलों को तीन सप्ताह के लिए रोक दिया गया हैं।