देश में लगातार कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने यहां सभी जगहों पर किसी भी प्रकार के धरना, प्रदर्शन, मनोरंजन और रैली पर 31 मार्च तक पूरी तरह रोक लगा दी है।
दिल्ली पुलिस ने ट्वीट कर लोगों से अपील की कि,‘‘जहां तक संभव हो वे घर के अंदर रहें और गैर जरूरी काम के लिए बाहर ना निकलें।’’ साथ ही किसी भी मनोरंजक गतिविधियों के लिए जिसमें किसी एक स्थान पर चार से पांच लोग संपर्क में आते हों ऐसी गतिविधियों में शामिल होने से भी लागों को बचने की सलाह दी गयी है।
कोरोना वायरस के कारण इस तरह के आयोजन (धरना, प्रदर्शन या किस प्रकार के जश्न के आयोजन) के लिए पुलिस की तरफ से पुलिस की ओर से कोई भी अनुमति जारी नहीं की जाएगी।
दिल्ली पुलिस ने लोगों से जानलेवा कोरोना वायरस को फैलने से रोकने में मदद की भी अपील की।
वही ,कोरोना वायरस के खतरे और दिल्ली सरकार द्वारा दी गई सलाह के बावजूद शाहीन बाग में महिलाएं धरनास्थल पर विरोध जारी रखी हुई हैं।
प्रदर्शन में मौजूद महिलाओं ने कहा, ‘‘हमें कोरोना वायरस और सीएए एवं एनआरसी दोनों से ही लड़ना है। इस लड़ाई में हमारे लिए कोरोना वायरस से ज्यादा खतरनाक एनआरसी और सीएए है। इसलिए सीएए के खिलाफ हमारी यह लड़ाई जारी रहेगी। बीमार होने के डर से हम अपने आंदोलन को छोड़कर घर नहीं बैठ सकते।’’
वहीं पुलिस की ओर शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रही महिलाओं को सड़क से हटाने की आज एक बार फिर बातचीत की लेकिन कोई हल नहीं निकला और प्रदर्शनकारी सीएए वापस होने तक आंदोलन जारी रखने पर अड़े हैं।
इसके अलावा जामिया मिल्लिया इस्लामिया के बाहर भी छात्रों और स्थानीय लोगों का प्रदर्शन पिछले तीन महीने से जारी है।