दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी. वी. से शुक्रवार को पूछताछ की। कोविड-19 महामारी के दौरान लोगों को मदद मुहैया कराने के संबंध में ये पूछताछ हुई। इस कार्रवाई पर भड़कते हुए कांग्रेस नेता शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं को डराया जा रहा है।
घटनाक्रम पर श्रीनिवास ने बताया, ‘‘पुलिस ने शुक्रवार सुबह मुझे फोन किया और दिन में करीब पौने बारह बजे मेरे कार्यालय पहुंची। उन्होंने मुझसे पूछताछ की कि आप ये सब कैसे कर रहे हैं।’’ हालांकि, दिल्ली पुलिस ने कहा कि दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश के बाद पूछताछ की गयी।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि हाई कोर्ट ने कोविड-19 के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाओं और अन्य सामग्रियों के वितरण में शामिल नेताओं से दिल्ली पुलिस को पूछताछ करने और अपराध के मामले में एफआईआर दर्ज करने को कहा था। अधिकारी ने बताया कि हाई कोर्ट के निर्देशों की तामील करते हुए कई लोगों के खिलाफ जांच की जा रही है।
दिल्ली पुलिस की इस कार्रवाई पर शक्ति सिंह गोहिल ने कहा, हमारे कार्यकर्ताओं को डराया जा रहा है, जो आम आदमी की मदद कर रहे हैं, सरकार को पता चल गया है कि वह बेनकाब हो रही है, वे गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष के ठिकाने पर छापेमारी क्यों नहीं कर रहे हैं, जिनके पास से 5 हजार रेमडेसिविर मिला था।
वहीं पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता और नेता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट करते हुए लिखा, मदद करने वाले साथियों और युवा कांग्रेस अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास को दिल्ली पुलिस भेज कोरोना के मरीज़ों की मदद से रोकना, मोदी सरकार का भयावह चेहरा है, ऐसी घृणित बदले की कार्यवाही से न हम डरेंगे, न हमारा जज़्बा टूटेगा, सेवा का संकल्प और दृढ़ होगा।’
दिल्ली हाई कोर्ट ने चार मई को पुलिस को राष्ट्रीय राजधानी में नेताओं द्वारा रेमडेसिविर दवा हासिल करने और इसे कोविड-19 मरीजों को वितरित करने के मामलों की पड़ताल करने और अपराध के मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के लिए कदम उठाने को कहा था।