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Delhi Pollution : दिवाली के दूसरे दिन दिल्ली की हवा में सुधार, 262 दर्ज हुआ AQI

दिवाली पर हुई आतिशबाज़ी के बाद दम घोंटू हवा से दिल्ली का दम लंबे समय तक फूलता है, तो वहीं इस दिवाली के दूसरे दिन ही राष्ट्रीय राजधानी की हवा में काफी सुधार देखा गया है।

दिवाली पर हुई आतिशबाज़ी के बाद दम घोंटू हवा से दिल्ली का दम लंबे समय तक फूलता है, तो वहीं इस दिवाली के दूसरे दिन ही राष्ट्रीय राजधानी की हवा में काफी सुधार देखा गया है। बुधवार सुबह अनुकूल हवा चलने के कारण दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सुधार देखा गया, लेकिन यह ‘खराब श्रेणी’ में ही दर्ज की गई।
वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) मंगलवार शाम चार बजे 303 से सुधरकर बुधवार सुबह छह बजे 262 दर्ज किया गया। सोमवार को दिवाली के दिन शाम चार बजे यह 312 था। पड़ोसी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के शहरों गाजियाबाद (262), नोएडा (246), ग्रेटर नोएडा (196), गुरुग्राम (242) और फरीदाबाद (243) में हवा की गुणवत्ता ‘‘मध्यम’’ से ‘‘खराब’’ श्रेणी में दर्ज की गई।
हवाओं के कारण दिल्ली की सांसों में सुधार
दिल्ली के पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) 2.5 प्रदूषण का स्तर बुधवार सुबह राष्ट्रीय मानक 60 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से तीन से चार गुना अधिक था। दिल्ली में दिवाली की रात पटाखों पर प्रतिबंध के बावजूद जलाए गए पटाखों के कारण हवा जहरीली हुई, जिसके बाद मंगलवार को वायु गुणवत्ता ‘‘बहुत खराब’’ दर्ज की गई थी, लेकिन अगले दिन प्रदूषण का स्तर 2015 के बाद से सबसे कम रहा। ऐसा गर्मी और हवाएं चलने के कारण हुआ , जिसने प्रदूषण के प्रभाव को कम कर दिया।
पिछले दो वर्षों में, नवंबर में दिवाली के बाद दिल्ली और उसके आस-पास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता ‘‘गंभीर’ श्रेणी में देखी गई थी। इस महीने के दौरान पराली जलाने की घटनाएं भी जोर पकड़ती हैं जिससे क्षेत्र में घनी धुंध छाई रहती है, जबकि कम तापमान प्रदूषकों को छंटने से रोकता है। 
चूंकि इस साल दिवाली मौसम की शुरुआत में मनाई गई, इसलिए अपेक्षाकृत गर्मी रहने और हवाएं चलने के कारण प्रदूषण कम रहा। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के अनुसार, राजधानी में पिछले साल की तुलना में इस साल दिवाली के दौरान पीएम 2.5 के स्तर में 64 प्रतिशत की कमी और पीएम10 के स्तर में 57 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई।

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