शहर के कुछ हिस्सों में धुंध की परत के साथ, बीते कुछ दिनों में मामूली सुधार के बाद दिल्ली की वायु गुणवत्ता शुक्रवार को फिर से ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार शहर में न्यूनतम तापमान 14.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि सामान्य से एक पायदान ऊपर है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़े बताते हैं कि राष्ट्रीय राजधानी का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) सुबह नौ बजे 331 रहा। एक्यूआई शून्य से 50 के बीच ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 ‘ के बीच संतुलित’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 तक ‘खतरनाक’ माना जाता है।
बीती रात साढ़े आठ बजे वायु में सापेक्षिक आर्द्रता 79 फीसदी
मौसम विभाग ने अनुमान जताया कि अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस रहेगा। दिन के समय आसमान साफ रहेगा। दिल्ली सरकार ने बीते कुछ दिनों में वायु गुणवत्ता में सुधार को देखते हुए सोमवार को निर्णय लिया था कि नौ नवंबर से प्राथमिक कक्षाओं को दुबारा शुरू किया जाएगा और 50 फीसदी कर्मचारियों को घर से काम करने के आदेश को वापस ले लिया था। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने कहा कि शुक्रवार को दिल्ली की वायु प्रदूषण स्थिति की समीक्षा की जाएगी।
परिवहन विभाग की समीक्षा बैठक
इस बीच, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने गुरुवार को कहा कि वह 11 नवंबर को स्थिति की समीक्षा करेगा। आपको बता दें कि नवंबर तक दिल्ली में बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध रहेगा। यह निर्णय परिवहन विभाग की समीक्षा बैठक में लिया गया।
बता दें कि दिल्ली में प्रदूषण में कमी के बाद जीआरएपी के स्टेज 4 के तहत लगाई गई पाबंदियों को वापस ले लिया गया था। सुधार के बाद जीआरएपी के स्टेज 3 के तहत लगाई गई पाबंदियों में कुछ ढील देने की बात कही गई। हालांकि, अब एक बार फिर इसकी बढ़त देखने को मिल रही है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग आज इस मामले की समीक्षा करने जा रहा है।