राजधानी दिल्ली से इस वक्त की बड़ी आ रही है। दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने राष्ट्रपति को अपना त्यागपत्र दे दिया है। जानकारी के लिए आपको बता दे कि उन्होंने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दिया है। नजीब जंग के बाद वह दिल्ली के एलजी बने थे। उन्हें दिसंबर 2016 में उपराज्यपाल नियुक्त किया गया था। प्रशासन को लेकर अकसर उनके मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ मतभेद रहते थे।
मिला था सेवा विस्तार, दिल्ली सरकार से रही ठनी
गौरतलब है कि 30 दिसंबर 2021 को बैजल का कार्यकाल पूरा हो गया था लेकिन उन्हें कार्यकाल में विस्तार दिया गया था। वह पांच साल तक दिल्ली के उपराज्यपाल रहे। ज्ञात रहे कि अकसर अधिकारों को लेकर भी दिल्ली के सीएम केजरीवाल और एलजी के बीच विवाद होता रहा है।
अटल सरकार में किया है यह काम
वहीं, बैजल 1969 बैच के आईएएस अधिकार रहे हैं। वह दिल्ली के 21वें उपराज्यपाल बनाए गए थे। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वह केंद्रीय गृह सचिव के रूप में काम कर चुके हैं। गृह सचिव रहने के दौरान ही उन्होंने किरण बेदी पर कार्रवाई की थी और उन्हें हेड ऑफ जेल्स के पद से हटा दिया था।
कई बड़े पदों पर रहे बैजल
उनपर जेल के नियमों का उल्लंघन करने का आरोप था। अनिल बैजल ने कई मंत्रालयों में महत्वपूर्ण पद संभाले। वह दिल्ली विकास प्राधिकरण के उपसचिव के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। साल 2006 में वह शहरी विकास मंत्रालय के सचिव पद से सेवानिवृत्त हुए थे। इसके बाद जवाहरलाल नेहरू नेशनल अर्बन रिन्यूअल मिशन से जुड़े रहे।