बहुचर्चित निर्भया बलात्कार एवं हत्याकांड में मौत की सजा पाए चार मुजरिमों में से तीन के एक वकील ने शुक्रवार को यह आरोप लगाते हुए दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट का दरवाजा खटखटाया कि तिहाड़ जेल प्रशासन कुछ खास दस्तावेज नहीं सौंप रहा है जिससे उनकी दया एवं सुधारात्मक याचिका दायर करने में देरी हो रही है।
वकील ए पी सिंह ने यह आरोप लगाते हुए अर्जी लगाई कि जेल प्रशासन ने अब तक दस्तावेज नहीं सौंपे हैं जिनकी विनय कुमार शर्मा (26) के लिए दया याचिका तथा अक्षय कुमार सिंह (31) और पवन सिंह (25) के लिए सुधारात्मक याचिका दायर करने के लिए जरूरत है।
इस अर्जी पर आज यानि शनिवार को सुनवाई होने की संभावना है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में दो अन्य मुजरिमों–विनय कुमार शर्मा (26) और मुकेश सिंह (32) की सुधारात्मक याचिका खारिज कर दी थी। मुकेश की दया याचिका इसी महीने के प्रारंभ में राष्ट्रपति ने खारिज कर दी थी।
चारों मुजरिमों को एक फरवरी को होगी फांसी
चारों मुजरिमों को अदालत के आदेश के अनुसार एक फरवरी को सुबह छह बजे फांसी पर चढ़ाया जाना है। अपनी अर्जी में वकील ने कहा कि उन्होंने दया याचिका दायर करने की तीव्र इच्छा संबंधित अधिकारियों के सामने रखी और यह दायर करने के लिए प्रासंगिक सूचना प्राप्त करने के लिए कई कदम उठाए। इस अर्जी में जेल प्रशासन को शीघ्र ही दस्तावेज उपलब्ध कराने का निर्देश देने की मांग की गई है।
16 दिसंबर, 2012 को दक्षिण दिल्ली में एक चलती बस में 23 वर्षीय एक पैरामेडिकल छात्रा के साथ छह लोगों ने सामूहिक बलात्कार के साथ ही नृशंस हमला किया था। उसके बाद पीड़िता को चलती बस से फेंक दिया गया था। जिंदगी और मौत से जूझने के दौरान सिंगापुर के एक अस्पताल में पीड़िता की मौत हो गई थी।