राजधानी दिल्ली में जिस मोहल्ला क्लीनिक को दिल्ली सरकार बेस्ट हेल्थ मॉडल बताती आई है, उसी मोहल्ला क्लीनिकों में लापरवाही की शिकायतें अब सरकार तक पहुंचने लगी हैं। ऐसे ही मामले की शिकायत सही मिलने पर स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने ड्यूटी पर देर से आ रहे मोहल्ला क्लीनिक में तैनात कुछ डॉक्टरों और कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया। दरअसल, कुछ मोहल्ला क्लीनिकों के डॉक्टर और कर्मचारी बायोमैट्रिक सिस्टम में छेड़छाड़ कर अपनी हाजिरी सुबह 8 बजे या उसके आसपास लगा कर सरकार को चकमा दे रहे थे। लोगों से मिली शिकायत पर स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने सात मोहल्ला क्लीनिकों में तैनात डॉक्टरों व कर्मचारियों के हाजिरी की जांच कराई।
स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा……
आपको बता दें स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा डॉक्टरों व कर्मचारियों के ड्यूटी पर देर से आने से स्थानीय लोग काफी परेशान थे।मामले की जांच के दौरान बायोमेट्रिक सिस्टम में मिली गड़बड़ी के आधार पर इन डॉक्टरों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। दिल्ली की जनता को दी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
दोपहर दो बजे तक मोहल्ला क्लीनिक में मौजूद रहना अनिवार्य-भारद्वाज
दरअसल, दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने 20 जुलाई को बताया कि दिल्ली में करीब 500 मोहल्ला क्लीनिक हैं। इन क्लीनिकों में हजारों लोगों को रोज मुफ्त इलाज दिया जाता है। डॉक्टर मरीज का चेकअप करते हैं। मरीजों को मुफ्त में दवाइयां दी जाती हैं। जरूरत पड़ने पर टेस्ट मुफ्त किए जाते हैं। मोहल्ला क्लीनिक के तय नियमों के मुताबिक डॉक्टरों और अन्य कर्मचारियों को सुबह 8 बजे मोहल्ला क्लीनिक पहुंचना होता है।दोपहर दो बजे तक मोहल्ला क्लीनिक में मौजूद रहना अनिवार्य होता है।