राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के मामलों और मौतों में वृद्धि के बीच, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने गुरुवार को कहा कि शहर में कोरोना पॉजिटिव मामलों की दर पिछले 3 हफ्तों में घटकर 8.5% पर आ गई है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि शहर में “कोई स्कूल फिर से नहीं खुलेंगे” जब तक कि दिल्ली सरकार कोविड -19 की स्थिति पूरी तरह से नियंत्रित ना कर ले।
सत्येंद्र जैन ने कहा, “उम्मीद है की वैक्सीन जल्द ही मिल जाएगी,” क्योंकि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इस वक्त कोरोना की तीसरी और बेहद ही खतरनाक लहर चल रही है। जैन ने यह भी दावा किया कि दिल्ली में कोरोना की भारत के 4 मेट्रो शहरों में प्रति मिलियन आबादी में “कम से कम खतरनाक” रिपोर्ट है। साथ ही उन्होंने कहा कि AAP सरकार हर जीवन को बचाने की पूरी कोशिश करेगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने ट्वीट में लिखा कि “दिल्ली में भारत के सभी 4 मेट्रो शहरों में प्रति मिलियन कम से कम खतरनाक रिपोर्ट है। मुंबई में प्रति मिलियन 860 मौतें, कोलकाता में 562, चेन्नई में 538 हैं जबकि दिल्ली में प्रति मिलियन 435 मौतें हैं। हम हर जीवन को बचाने के लिए अपनी पूरी कोशिश करेंगे। साझा की गई सूची में यनम, पुणे, नागपुर, सांगली, रायगढ़, सतारा, पुडुचेरी, और ठाणे जैसे शहर शामिल हैं – ये सभी दिल्ली की तुलना में प्रति मिलियन अधिक खतरनाक हैं।
दिल्ली के स्कूलों को फिर से खोलने पर डिप्टी सीएम
2 दिन पहले, दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली के स्कूलों के जल्द ही फिर से खुलने का कोई मौका नहीं है। सिसोदिया ने कहा, “कोई भी स्कूल जल्द खुलने की कोई संभावना नहीं है। कोई भी अभिभावक अपने बच्चों को तब तक नहीं भेजना चाहेगा जब तक कि वे सुरक्षित ना हो जाएं।” बता दें कि कोरोना वायरस महामारी के कारण दिल्ली में स्कूल मार्च से बंद हैं। इससे पहले अक्टूबर में AAP सरकार ने कहा था कि अगले नोटिस तक शहर के सभी स्कूल बंद रहेंगे।