उत्तर-पूर्वी दिल्ली में गत फरवरी में हुए सांप्रदायिक दंगों के दौरान कथित तौर पर दो भाई की हत्या के मामले में पुलिस ने बृहस्पतिवार को दिल्ली की अदालत के समक्ष दो आरोपपत्र दायर किए। हाशिम अली की हत्या के मामले में दायर आरोपपत्र में नौ आरोपी जबकि आमिर अली की हत्या के मामले में दायर अन्य आरोपपत्र में बतौर आरोपी 11 लोग नामजद हैं।
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने मेट्रोपोलिटन मेजिस्ट्रेट रिचा परिहार की अदालत में दोनों आरोपपत्र दायर किए, जिसने मामले की अगली सुनवाई 18 जून तय की। भारतीय दंड सहिंता की धारा 147 एवं 148 (बलवा करना), 149 (गैर-कानूनी तरीके से एकत्र होना), 302 (हत्या), 201 (सबूत नष्ट करना) के तहत आरोपपत्र दायर किए गए।
पुलिस ने कहा कि 27 फरवरी को उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जौहरी पुल इलाके से चार शव बरामद हुए थे, जिनमें से दो अली बंधुओं के थे। आरोपपत्र के मुताबिक, 26 फरवरी की रात को अपने घर लौटने के दौरान अली बंधुओं को भीड़ ने पीट-पीटकर मारा डाला था।
इसके मुताबिक, जांच के दौरान पाया गया कि 25-26 फरवरी की दरम्यानी रात में एक व्हाट्स ऐप ग्रुप बनाया गया और इसके दो सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने कहा कि ग्रुप में 125 सदस्य थे और इसके कुछ ही सदस्य संदेश भेज एवं प्राप्त कर रहे थे जबकि कुछ अन्य ”दंगों में सक्रिय” थे। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में 24 फरवरी को फैले सांप्रदायिक दंगे में 53 लोगों की मौत हुई जबकि करीब 200 लोग घायल हुए।