इन दिनों दिल्ली में भीषण गर्मी पड़ रही है। बता दें चिलचिलाती धूप और गर्म हवाओं की वजह से लोगों का बुरा हाल हो गया है।दिल्ली के 13 मौसम स्टेशनों में से पांच में सोमवार को 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान दर्ज किया गया। साथ ही कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया।
अधिकतम तापमान 43.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया
मौसम विभाग (आईएमडी) का अनुमान ह कि बुधवार से बारिश से कुछ राहत मिलने से पहले इसी तरह की स्थिति जारी रहेगी। दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र, सफदरजंग वेधशाला में अधिकतम तापमान 43.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से चार डिग्री अधिक और इस वर्ष अब तक का अधिकतम तापमान है।
नजफगढ़ और और स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स (अक्षरधाम) में पारा 46.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जिससे यह राजधानी का सबसे गर्म स्थान बन गए। वहीं, नरेला (45.3 डिग्री सेल्सियस), पीतमपुरा (45.8 डिग्री सेल्सियस) और पूसा (45.8 डिग्री सेल्सियस) में भी लू की स्थिति रही।सोमवार का अधिकतम तापमान रविवार को रिकॉर्ड किए गए 42.9 डिग्री सेल्सियस से अधिक था, जबकि हीट इंडेक्स (एचआई), या बोलचाल की भाषा में "वास्तविक तापमान" और भी गर्म था दोपहर 2:30 बजे, हवा का तापमान 42.6 डिग्री सेल्सियस के साथ संयुक्त था। 34% की सापेक्ष आर्द्रता का मतलब है कि HI 51°C के आसपास बना रहा। यह रविवार को HI के 45°C से काफी अधिक था।
भीषण गर्मी की वजह से बिजली की मांग बढ़ी
दरसअल, भीषण गर्मी की वजह से बिजली की मांग बढ़ने से पावर ग्रिड पर भी दबाव काफी बढ़ गया तथा बाहरी इलाकों में काम करने वाले मजदूरों, बेघर लोगों और जानवरों को भी चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना करना पड़ा। अधिकारियों ने कहा कि गर्मी के मौसम में दिल्ली में बिजली की मांग अपराह्न साढ़े तीन बजे के आसपास बढ़कर 6,532 मेगावाट हो गई, जो इस सीजन में अब तक की सबसे अधिक मांग है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में पिछली गर्मियों में 7,695 मेगावाट की बिजली की अधिकतम मांग दर्ज की गई थी और इस साल यह 8,100 मेगावाट तक पहुंच सकती है।