नई दिल्ली : मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि प्रदूषण पर विशेषज्ञों की इज्जत करता हूं। मैं खूद इंजीनियर हूं। मैं किसी रिपोर्ट को गलत नहीं बता रहा। मैं बस यह कह रहा हूं कि वह रिपोर्ट अलग अलग समय की है। कोई जून 2015 की रिपोर्ट बता रहा है। मेरे पास अगस्त 2018 का डाटा है। इसमें लिखा है कि सर्दी में 36 प्रतिशत प्रदूषण अपना है। गर्मी में यह 26 प्रतिशत हो जाता है। मैं यह कह रहा हूं कि पुरानी रिपोर्ट पर आज का आकलन नहीं कर सकते।
आज कोई एजेंसी नहीं बता सकती कि अभी दिल्ली में किन-किन कारणों से कितना प्रदूषण है, यह कोई नहीं बता सकता। दिल्ली में आज अपना व बाहर का भी प्रदूषण है, लेकिन किसका कितना है, यह बता पाना संभव नहीं है। पिछले सप्ताह ही एक एजेंसी ने बताया पराली से 1 प्रतिशत है। दूसरी एजेंसी ने कहा 10 प्रतिशत है। दोनों में जब दस गुना का अंतर तो यह विज्ञान कहा हैं। मैं किसी के डाटा को गलत या सही नहीं बता रहा हूं।
मैं इतना कह रहा हूं कि दिल्ली में प्रदूषण बाहर से भी है। इसे कोई इंकार नहीं कर रहा। जब तक इस पर रोक नहीं लगेगी, दिल्ली को प्रदूषण से मुक्त नहीं कर सकते। दिल्ली के लोगों ने बहुत कठोर कदमों का स्वागत किया है, बहुत मेहनत की है जिससे पिछले 4 वर्षों में प्रदूषण 25 फीसदी कम हुआ है। हम इससे संतुष्ट नहीं है, हमें इसे और भी कम करना है। लेकिन पूरे देश में दिल्ली ऐसा अकेला शहर है जहां प्रदूषण घटने लगा है। दिल्ली के लोग बधाई के पात्र हैं।
सिर्फ दिल्ली के लोगों को दोष देना जायज नहीं हो सकता, जितनी शिद्दत से दिल्ली के प्रदूषण पर चर्चा होती है, उतनी शिद्दत से दिल्ली के बाहर से आने वाले प्रदूषण को रोकने के जरूरत है, जो आज नहीं किया जा रहा है और इसका खामियाजा दिल्ली के लोग भुगत रहे हैं। हमारी सांसें हैं, हमारी जिंदगी है, हम अपनी तरफ से कई चीजें कर रहे हैं और करेंगे, लेकिन जब तक बाहर से आने वाले पराली जलाने वाले प्रदूषण को नहीं रोका जाएगा, तब तक इस समस्या का हम हल नहीं निकाल पाएंगे।