नई दिल्ली : राजधानी में नवंबर-दिसंबर में प्रदूषण का स्तर खराब होने की संभावना है। हालांकि दिल्ली में पिछले दिनों हुई हल्की बारिश व अन्य कारणों से प्रदूषण का स्तर काफी बेहतर है, लेकिन पर्यावरण विभाग आने वाले दिनों को लेकर सख्त हो गया है।
अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में पराली जलाई जाएगी। इसके अलावा अन्य कारक भी प्रदूषण बढ़ा सकते हैं। जिन्हें देखते हुए विभाग प्रयास कर रहा है। फिलहाल दिल्ली में पीएम 2.5 का स्तर 50 से कम और पीएम 10 का स्तर 100 से कम है जो बेहतर माना जाता है।
जल्द जारी होंगे निर्देश
सर्दी बढ़ने के साथ प्रदूषण का स्तर बढ़ने की संभावना को देखते हुए दिल्ली सरकार के पर्यावरण विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी है। विभाग जल्द ही निर्देश जारी कर सकता है। इसमें खुले में कचरे को जलाना, निर्माण कार्य सहित अन्य को रोकना शामिल है। विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली में बदलते पर्यावरण पर नजर बनाए हुए हैं। यदि विभाग का लगता है कि दिल्ली में प्रदूषण का स्तर ज्यादा खराब होता है तो ज्यादा कठोर कदम उठाए जाएंगे।
26 केंद्रों पर हो रही जांच
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (डीपीसीसी) द्वारा राजधानी में 26 जगहों पर केंद्र स्थापित किए गए हैं। इन सभी केंद्रों से रोजाना प्रदूषण के स्तर की जांच हो रही है। डीपीसीसी अधिकारियों ने बताया कि आने वाले दिनों में ठंड का स्तर बढ़ने के साथ प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी। इस दौरान प्रदूषण के कण निचले स्तर पर ही घूमते रहते हैं।
ऐसे में पीएम 10 और पीएम 2.5 सहित अन्य प्रदूषण कणों की जांच के लिए डीपीसीसी ने पूठ खुर्द, बवाना, नेहरू नगर, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, डॉ कर्णी सिंह शूटिंग रेंज, मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम, पटपड़गंज, विवेक विहार, सोनिया विहार, नरेला, नजफगढ़, रोहिणी, ओखला चरण -2, अशोक विहार, वजीरपुर, जहांगीरपुरी, द्वारका, सेक्टर 8, अलीपुर, पूसा, अरबिंदो मार्ग, मुंडका, आनंद विहार, मंदिर मार्ग, पंजाबी बाग, आर.के. पुरम, आईजीआई एयरपोर्ट और सिविल लाइंस में केंद्र बनाए गए हैं। इन सभी केंद्रों पर दैनिक आधार पर डाटा एकत्रित किया जा रहा है।