नई दिल्ली : दिल्ली कांग्रेस के भीतर नेताओं के बीच घमासान मचा हुआ है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी पीसी चाको के खिलाफ अब पार्टी में विरोध के सुर काफी पहले से उठ रहे थे, लेकिन अब उनका खुलकर विरोध शुरू हो गया है। शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस के कुछ नेताओं ने चाको के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उन्हें पद से हटाने की मांग की है। पूर्व मंत्री रमाकांत गोस्वामी ने कहा कि पीसी चाको को प्रभारी पद से तुरंत हटाया जाए।
उन्होंने चाको पर आरोप लगाया कि पहला तो यही कि चाको की अगुवाई में दिल्ली कांग्रेस अब तक पांच चुनाव हार चुकी है। साथ ही चाको पूरी पार्टी को साथ लेकर चलने के स्थान पर एक गुट को समर्थन देते आ रहे हैं। यही वजह रही कि पार्टी में गुटबाजी हावी रही जिसका खामियाजा पूरी पार्टी को भुगतना पड़ा। एक प्रभारी पूरी पार्टी को संभाल सकता है, लेकिन चाको ने ऐसा करने की बजाय गुटबाजी को हवा देते रहे। इन नेताओं ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से अपील की है कि शीला दीक्षित की मौत के कारणों की जांच होनी चाहिए और चाको को तुरंत पद से हटाया जाए।
एक प्रेसवार्ता के दौरान पूर्व मंत्री मंगत राम सिंघल, किरण वालिया व रमाकांत गोस्वामी, पूर्व नेता सदन एमसीडी व प्रवक्ता जितेंद्र कुमार कोचर, प्रवक्ता रोहित मनचंदा ने एक स्वर में शीला की मौत के लिए चाको को जिम्मेदार ठहराया। सभी ने कहा कि दिल्ली में कांग्रेस की इतनी बुरी हालत के लिए चाको के निहित स्वार्थ दोषी है। सभी ने लामबंद होते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से अपील की है कि कांग्रेस को गर्त में ले जा रहे चाको को तुरंत पद से हटाया जाए। इस मौके पर पूर्व मंत्री सिंघल ने कहा कि हमने दिल्ली में आज तक बीजेपी की सरकार नहीं बनने दी है। लेकिन अब हालात चिंताजनक हो गए हैं।
साल 2015 के चुनावों से अभी तक कांग्रेस का जो नुकसान हुआ है, वह सिर्फ चाको के भ्रष्टाचार के चलते हुए हैं। चाको अपने पद का बेहद गलत उपयोग कर रहे हैं। पूर्व मंत्री रमाकांत गोस्वामी ने कहा कि आज हमने पढ़ा की संदीप दीक्षित ने पत्र लिखा की शीला की मौत के जिम्मेदार चाको हैं। शीला हमारी मां के बराबर थीं। भारत के लोग उनका सम्मान करते हैं, और ये खबर दुख पहुंचाने वाली है। पूर्व मंत्री किरण वालिया ने कहा कि हम चुप थे, लेकिन अब सार्वजनिक रूप से कहना पड़ रहा है कि चाको हर काम में अपनी चलाते हैं।
शीला के प्रदेश अध्यक्ष रहते किए फैसले उन्होंने पलटे जो गलत हैं। कांग्रेस के लिए नुकसानदायक चाको को पद से हटाना चाहिए। संदीप के पत्र को उन्होंने सार्वजनिक कर दिया जो गलत है। प्रवक्ता जितेंद्र कोचर ने कहा कि 10 जुलाई को शीला ने हाईकमान को पत्र लिखकर अपनी व्यथा बताई थी। चाको दबाव बनाकर ब्लॉक अध्यक्षों को हटाने का निर्णय बदल चुके थे। रोहित मनचंदा ने कहा कि चाको ने खुद पत्र को लीक किया, जो कि गलत था।