नई दिल्ली : भाजपा सांसद विजय गोयल के नेतृत्व में भाजपा के विधायकों, पार्षदों, कार्यकर्ताओं और जलबोर्ड के सदस्यों ने गंदे पानी की आपूर्ति और दिल्ली में पानी की कमी को लेकर जलबोर्ड मुख्यालय का घेराव करते हुए जोरदार धरना-प्रदर्शन किया। भारी संख्या में आये भाजपा कार्यकर्ताओं को देखकर जलबोर्ड के अधिकारियों ने दरवाजे अंदर से बंद कर दिए और किसी को भी कार्यालय में प्रवेश नहीं करने दिया गया।
फिर सांसद विजय गोयल, विधायक ओपी शर्मा, दिल्ली भाजपा महासचिव रविन्द्र गुप्ता और जलबोर्ड सदस्य जयप्रकाश जलबोर्ड के दफ्तर के अंदर पहुंचे। और जल संकट पर जलबोर्ड के सीईओ के कार्यालय के भीतर धरना दिया। विजय गोयल एवं अन्य भाजपा नेताओं ने जलबोर्ड के नव नियुक्त सीईओ निखिल अरोड़ा को पानी को लेकर दिल्ली वासियों के सामने आ रही समस्याओं का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार लोगों को पानी नहीं मिल रहा या जो पानी मिल रहा है वह काफी गंदा है।
इसको लेकर लोगों अपनी समस्याएं आप लोगों तक कैसे पहुंचाये और इन समस्याओं के समाधान का क्या मैकेनिज्म है। वहीं इस मामले पर जलबोर्ड के उपाध्यक्ष दिनेश मोहनिया ने कहा कि दिल्ली में पानी की किल्लत पर केवल राजनीति हो रही है। पूरे देश में पानी की कमी है, फिर भी दिल्ली में दूसरे राज्यों की अपेक्षा दिक्कत कम है। गर्मी के चलते 1120 एमजीडी पानी की मांग है, जल बोर्ड अपनी पूरी क्षमता से पांच प्रतिशत अधिक उत्पादन कर रहा है।
अभी 930 से 940 एमजीडी पानी का उत्पादन किया जा रहा है। दिल्ली में जहां पाइप लाइन नहीं है, वहां 800 टेंकरों से पानी की सप्लाई की जा रही है। जल बोर्ड के इंतजामों के चलते पिछले सालों की तुलना में पानी को लेकर ज्यादा मारा मारी नहीं है। उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियां अपने हित साधने के लिए झूठी शिकायत और आरोप लगा रही हैं।