राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में दिवाली के बाद हवा की गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में आ गई है, जिसके बाद दिल्लीवालों को शुक्रवार की सुबह का आगाज धुंध की मोटी चादर के साथ करना पड़ा और अब प्रदूषित हवा में सांस लेने को मजबूर है। दिल्ली-एनसीआर के कई हिस्सों में हवा की गुणवत्ता खतरनाक श्रेणी में भी पहुंच गई क्योंकि लोगों ने दिवाली पर पटाखे फोड़ने के लिए सरकार के प्रतिबंध की अच्छी तरह से धज्जियां उड़ाई। केंद्र द्वारा संचालित वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली (सफर) के मुताबिक दिल्ली में हवा की गुणवत्ता “बहुत खराब” खराब हो गई, शुक्रवार सुबह कुल एक्यूआई 386 तक पहुंचने के साथ “गंभीर” श्रेणी को लगभग छू गई।
दिल्ली के कई इलाकों में खतरनाक स्तर तक पहुंचा AQI
इस बीच, दिल्ली के जनपथ पर वायु गुणवत्ता आज तड़के करीब 3 बजे ‘खतरनाक’ स्तर पर पहुंच गई और प्रदूषण मीटर (पीएम2.5) का स्तर 655.07 पर पहुंच गया। नोएडा के वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) के ‘गंभीर’ श्रेणी में खिसकने से आसपास के इलाकों में हवा की गुणवत्ता भी खराब हो गई। नोएडा की वायु गुणवत्ता में पीएम 10 की सांद्रता 448 दर्ज की गई, जबकि गुरुग्राम में शुक्रवार की सुबह का एक्यूआई (389) ‘बहुत खराब’ दर्ज किया गया।
जानिए दिल्ली के पडोसी राज्यों में कितना रहा AQI
सफर के मुताबिक, रविवार शाम (7 नवंबर) तक हवा की गुणवत्ता में सुधार नहीं होगा। “दिल्ली की समग्र वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गई है … यह अभी भी गिरती रहेगी और आज रात तक “बहुत खराब” से “गंभीर” श्रेणी में प्रवेश कर सकती है। यदि पटाखे जलाए जाते हैं तो PM2.5 मध्यरात्रि तक ‘गंभीर’ श्रेणी में प्रवेश करेगा और आज सुबह तक तेजी से बढ़ेगा और AQI 500+ को भी पार कर जाएगा।”
बता दें कि धड़ल्ले से पटाखे जलाने के चलते रात नौ बजे के बाद दिल्ली के पड़ोसी शहरों फरीदाबाद में एक्यूआई 424, गाजियाबाद में 442, गुरुग्राम में 423 और नोएडा में 431 दर्ज किया गया, जो कि गंभीर श्रेणी में आता है। दिल्ली और इसके आसपास के कई क्षेत्रों के लोगों ने गले में खराश और आंखों से पानी आने की शिकायतें कीं।
प्रतिबंध के बावजूद धड़ल्ले से चले राजधानी में पटाखे
पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध के बावजूद दक्षिण दिल्ली के लाजपत नगर, उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी, पश्चिमी दिल्ली के पश्चिम विहार और पूर्वी दिल्ली के शाहदरा में शाम सात बजे से पटाखे जलाए जाने के मामले सामने आए। वहीं, गुरुग्राम और फरीदाबाद में उच्च-तीव्रता के पटाखे जलाये गए। हरियाणा सरकार ने भी दिल्ली से सटे क्षेत्रों समेत 14 जिलों में पटाखे की बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध लगाया था।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में कोहरे के चलते सुबह के समय इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और सफदरजंग हवाई अड्डे पर 600-800 मीटर के दायरे में कम दृश्यता रही।