पटना : कृषि मंत्री डा. प्रेम कुमार की अध्यक्षता में बामेती, पटना में राज्य के 9 जिलों कैमूर, बांका, भोजपुर, गोपालगंज, भागलपुर, बेगूसराय, मधुबनी, समस्तीपुर, एवं बक्सर के इनपुट डीलर एवं फैसिलिटेटर, भारत सरकार की महत्वपूर्ण योजना तथा मैनेज, हैदराबाद द्वारा संचालित उपादान बिक्रेताओं के लिए कृषि प्रसार सेवाओं में डिप्लोमा (देसी) कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कृषि मंत्री ने कहा कि देसी कार्यक्रम की शुरूआत पायलट प्रोजेक्ट के रूप में वर्ष 2003 में शुरू किया गया है। इस कार्यक्रम की शुरूआत करने का उद्देश्य हमारे देश एवं राज्य के किसान भाईयों एवं बहनों को समसामयिक समस्याओं तथा कीट, व्याधि एवं उर्वरकों का संतुलित प्रयोग से संबंधित जानकारी हेतु तकनीकी संस्थान न जाकर अपने आस-पास के कृषि उत्पाद बिक्रेताओं से स्थानीय स्तर पर अपनी समस्याओं का निराकारण कर रोग, कीट एवं उर्वरकों के संबंध में जानकारी प्राप्त कर अपनी कृषि उत्पादन को बढ़ाने में सहयोग लेते हैं।
डा. कुमार ने कहा कि कृषि एवं किसान मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा बिहार को मैनेज, हैदराबाद के माध्यम से 22 देसी कार्यक्रम के लक्ष्यों का आवंटन किया गया है, जिन्हें आज 09 जिलों के लिए एक सम्मिलित रूप में इनपुट डीलर्स का 48 कक्षाओं, जिनमें 40 कक्षा सैद्धांतिक क्लास और 08 क्लास व्यावहारिक क्लास होंगी, में कुल 320 विषयों पर सैद्धांतिक जानकारी दी जाएगी, जो पौधा प्रजनन, पौधा रोग, कीट-व्याधि, कृषि यंत्र, प्रसार शिक्षा, मृदा, उर्वरक, कृषि बाजार इत्यादि विषयों पर विधिवत् सैद्धांतिक रूप से क्लास चलेंगी।
इन्हें संचालित करने के लिए हरेक जिलों के लिए एक फैसिलिटेटर का चयन किया गया है, जिसका मासिक वेतन 17,000 रूपये प्रतिमाह है। सैद्धांतिक एवं व्यावहारिक क्लासों के सफल संचालन के लिए फैसिलिटेटर को दायित्व दिया गया है।