प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और छात्रों के बीच ‘परीक्षा पर चर्चा’ शुरू हो गई है। 10वी और 12वीं की परीक्षा में अब कुछ ही दिन बचे हैं, ऐसे में पीएम मोदी छात्रों को तनाव से मुक्ति दिलाने के लिए मंत्र दे रहे हैं। दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित इस कार्यक्रम में पीएम देशभर के अगल-अलग हिस्सों में बोर्ड की परीक्षा देने वाले बच्चों से जुड़ेंगे और विभिन्न विषयों पर चर्चा कर रहे हैं।
You are not talking to the Prime Minister of India, you are talking to a friend, I am here as a student let us see how many marks will you give me out of 10: PM Modi at #ParikshaPeCharcha pic.twitter.com/vnsOlR0P00
— ANI (@ANI) February 16, 2018
आपको बता दे कि परीक्षा पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने छात्रों के सवाल पूछने से पहले वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए छात्रों को संबोधित करते हुए कई बातें कही।
> पीएम मोदी ने कहा कि 150 करोड़ छात्रों से रूबरू होने का मौका मिल रहा है। ये प्रधानमंत्री का कार्यक्रम नहीं करोड़ों बच्चों का कार्यक्रम है। पीएम ने कहा कि अगर विश्वास नहीं है तो कितनी भी मेहनत करेंगे सफल नहीं हो पाएंगे।
> वही ,पीएम ने बच्चों के कहा, मैं आपको दोस्त हूं। छात्रों को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि यह प्रधानमंत्री का कार्यक्रम नहीं बल्कि बच्चों का कार्यक्रम है। छात्र-छात्राओं से पीएम से परीक्षा के दबाव पर सवाल पूछे। ‘परीक्षा पर चर्चा’ में पीएम छात्रों को तनाव के मुक्ति दिलाने के मंत्र दे रहे हैं। पीएम ने विवेकानंद जी का जिक्र करते हुए बच्चों से कहा कि विवेकानंद जी कहा करते थे कि अपने आप को कम नहीं आंको।
> छात्राओं के सवाल पर पीएम ने कहा कि आप चाहते हैं कि मैं आज आपके पैरंट्स की क्लास लूं। भारत का बच्चा जन्मजात राजनेता होता है क्योंकि वह जॉइंट फैमिली में रहता है। क्योंकि उसको कोई काम करवाने के लिए घर में राजनीति करनी पड़ती है।
> उन्होंने कहा कि पहले आप खुद को जाने की कोशिश करें और जिसमें समर्थ हैं, उसी में आगे बढ़ने की कोशिश करिए, पहले हमें खुद को जानना चाहिए। जब आप प्रतिस्पर्धा में उतरते हैं तो तनाव महसूस होता है। आप खुद के लिए काम करिए। प्रतिस्पर्धा अपने आप हो जाएगी।
– देशभर के 100 करोड़ छात्रों से रूबरू होने का मौका मिला है।मीडिया ने स्वच्छ भारत अभियान को ताकत दी है। आज यह अभियान हर एक की जिम्मेदारी बन गया है।
> ईमानदारी से मेहनत के बाद भी अगर आत्मविश्वास नहीं होता है तो सब याद आता है लेकिन शब्द याद नहीं आता। विवेकानंद जी ने कहा ‘अहम प्रह्मास्मि।’ विवेकानंद जी कहते थे कि 33 करोड़ देवी-देवताओं की पूजा करो, वे आशीर्वाद दें लेकिन अगर अपने अंदर आत्मविश्वास नहीं होगा तो 33 करोड़ देवाता भी कुछ नहीं करेंगे।
> छात्राओं के सवाल का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मेहनत में कमी ना होने के बाद भी हम बच्चों ने अंदर के डर रहा है क्योंकि आत्मविश्वास हिला होता है। विवेकानंद कहा करते थे कि अपने आप को कभी कम ना समझों, जब तक आपके अंदर विश्वास नहीं होगा 33 करोड़ देवी देवता भी कुछ नहीं कर पाएंगे।
> उन्होंने कहा आज मेरी परीक्षा है आप लोग मेरी परीक्षा ले रहे हैं। आप कभी अपने अंदर का विद्यार्थी मरने नहीं देना।मैं उन शिक्षकों का धन्यवाद करती हूं जिन्होंने मुझे शिक्षक बनाए रखा।
> पीएम ने कहा कि हर व्यक्ति दिन में कोई न कोई ऐसा काम करता है जो बड़े ध्यान से करता है।
> पीएम ने कहा, ‘छात्र हमेशा मां सरस्वती का पूजन करते हैं, लेकिन परीक्षा से पहले अक्सर कई बच्चे हनुमान जी की पूजा करने लगते हैं। लेकिन ऐसा क्यों करते है आपने सोचा है? मैं तो अपने वक्त में यह सोचना था कि अगर परीक्षा के दौरान नकल की चिट पकड़ी गई, तो शिक्षक यह समझ ले कि वह हनुमान जी का भक्त है।’
> स्कूल जाते वक्त यह दिमाग से यह निकाल दें कि आप परीक्षा देने जा रहे हैं। आप यह समझिए कि आप ही आपको अंक देने वाले हैं। इस भाव के साथ आप परीक्षा में बैठिए।
आपको बता दे कि सीबीएसई ने तमाम स्कूलों को कार्यक्रम के सीधे प्रसारण की व्यवस्था करने और छात्रों की उपस्थिति सुनिश्चत करने का आदेश जारी किया है, ताकि ज्यादा से ज्यादा बच्चे इसका हिस्सा बन सकें। कार्यक्रम में करीब 10 छात्र-छात्राओं को प्रधानमंत्री से सीधे सवाल पूछने का मौका मिला है। यह पूरा कार्यक्रम करीब एक घंटे का होगा।
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