नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में पहली कट ऑफ के लिए दाखिला जारी हैं। सोमवार को यह क्रम थम जाएगा। ऐसी स्थिति में जिन छात्रों का नाम पहली कट ऑफ में आया है उनके पास आज ही दाखिले के लिए अंतिम दिन है। शुक्रवार को धीमी शुरुआत के बाद शनिवार को जिस रफ्तार से खासकर नॉर्थ कैंपस के कॉलेजों में दाखिले हुए हैं उसके आधार पर यह कहा जा सकता है कि अंतिम दिन बड़ी संख्या में छात्र दाखिले लेने आएंगे।
वहीं दूसरी ओर लोकप्रिय विषयों में पहली कट ऑफ में ही प्रसिद्ध कॉलेजों में सीटें फुल हो चुकी हैं। ज्ञात हो कि डीयू में स्नातक पाठ्यक्रमों की लगभग 56 हजार सीटें हैं, जिसमें इस बार 6 हजार सीटें ईडब्ल्यूएस की और बढ़ गई हैं। ऐसे में इस बार लगभग कुल 62 हजार स्नातक सीटों पर शैक्षणिक सत्र 2019-20 की दाखिला प्रक्रिया जारी है। इसमेंं से पहली लिस्ट के शुरुआती दो दिनों में पहले दिन 2011 और दूसरे दिन 9196 दाखिले हुए हैं, यानि कुल 11,207 सीटों पर दाखिले हो चुके हैं,जबकि अभी दाखिले के लिए सोमवार को दिन शेष हुआ है।
ऐसे में पहली लिस्ट में 20 हजार के आसपास सीटों पर दाखिले होने की संभावना है। माना जा रहा है कि पहली लिस्ट में ही नॉर्थ कैम्पस के प्रतिष्ठि कॉलेजों में कई पाठ्यक्रमों में सीटें फुल हो सकती हैं। वहीं पहली लिस्ट से छात्रों के पास दाखिला लेने का आज अंतिम दिन है। यदि छात्र आज दाखिला नहीं ले पाए,तो दूसरी लिस्ट मे अंतिम दिन सीट खाली रहने पर ही उन्हें दाखिले का मौका मिलेगा। दूसरी कटऑफ लिस्ट 4 जुलाई को जारी की जाएगी।
मगर जिस तरह से शुरुआती दो दिनों का रुझान है उसे देख कोई भी छात्र जिसका पहली लिस्ट में नम्बर आया है। वह दाखिला लेकर अपना सीट पक्की कराने की पूरी कोशिश करेगा। ऐसे में अंतिम दिन बढ़ी संख्या में दाखिले होने की संभावना है।
साउथ के छात्रों के लिए नियम
डीयू में पहले कट ऑफ के तहत दाखिले जारी हैं। साउथ के छात्रों को सब्जेक्ट कॉम्बिनेशन में दिक्कतें आ रही हैं। कर्नाटक बोर्ड के छात्रों को बेसिक मेथ्स को बिजनेस मेथ्स के बराबरी का दर्जा न देना। केरल बोर्ड के छात्रों को भी मैथ्स (कॉमर्स, साइंस) को मैथ्स के बराबर कुछ कॉलेजों द्वारा न मानने से इनकी समस्या बढ़ गई हैं।