नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए जारी पांचवीं कट ऑफ का अंतिम दिन मंगलवार है। पांचवीं कट ऑफ के दौरान ही तय सीटों से ज्यादा दाखिले हो चुके हैं। बावजूद इसके छठी कट ऑफ निकालने को लेकर डीयू प्रशासन और कॉलेज गणित बिठा रहे हैं। डीयू के एक अधिकारी के अनुसार नॉर्थ व साउथ के कुछ कॉलेजों में अभी भी कुछ पाठ्यक्रमों में सामान्य, एससी और एसटी वर्ग की सीटें खाली हैं। जबकि लोकप्रिय पाठ्यक्रमों में अतिरिक्त दाखिले हुए हैं। पांचवीं कट ऑफ तक दाखिले रद्द करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही हैं। ऐसे में यह देखा जा रहा है कि अगर सामान्य वर्ग के लिए 800-1000 संख्या में अन्य पाठ्यक्रमों में सीटें खाली रह जाती हैं तो छट्ठी कट ऑफ निकाली जाएगी।
गौरतलब है कि डीयू प्रशासन ने इस बार दाखिला कार्यक्रम जारी करते हुए घोषणा की थी कि पांच कट ऑफ निकाली जाएंगी। अब पांचवीं कट ऑफ में भी सभी वर्गों के लिए दाखिले खुले हुए हैं उसे देख लगता है कि पांचवीं कट ऑफ के बाद भी सीटें खाली रह जाएंगी। इस बारे में डीयू दाखिला एकेडमिक काउंसिल के सदस्य डॉ. रसाल सिंह ने बताया कि कोई सीट खाली नहीं रहनी चाहिए। प्रशासन को आरक्षित वर्ग की सीटों को भरने के लिए स्पेशल ड्राइव चलानी चाहिए। साथ ही सामान्य वर्ग के छात्रों के लिए सीट भरने को कटऑफ निकालनी चाहिए। डीयू कुलपति ने जारी किया स्वागत पत्र…डीयू के कुलपति योगेश त्यागी ने शैक्षणिक सत्र 2019-20 के लिए नए छात्रों को स्वागत पत्र के माध्यम से संदेश दिया है।
उन्होंने कहा कि भारत के सबसे प्रसिद्ध विश्वविद्यालय बनाने के लिए आप सभी का स्वागत है। 2022 में विश्वविद्यालय को पूरे 100 साल हो रहे हैं। मुझे पता है कि आप सभी ने भी इस दिन को उत्साह और उमंग से मनाने के लिए इंतजार किया है। आप सभी युवा छात्रों ने ऑनलाइन माध्यम से आवेदन किया और विश्वविद्यालय के आर्दश निष्ठा, दृष्टि और सत्यम को याद रखे। मुझे यकीन है कि आप सभी युवा छात्र जिन्होंने कड़ी मेहनत कर दिल्ली के विभिन्न कॉलेजों में दाखिला लिया और एक शपथ भी ली है। समाज के लिए यह एक आश्वासन है कि आप सभी कुशल, प्रतिभाशाली और एक कुशल व्यक्ति बनने के लिए सभी तरह के प्रयास करेंगे। बेहतर जीवन के लिए आदर्श लक्ष्यों का पीछा करते हुए राष्ट्रीय निर्माण में अहम भूमिका निभाएंगे।