नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (डूटा) चुनाव की तारीख की घोषणा के साथ ही डीयू में अब चुनाव का माहौल बनना शुरू हो गया है। यही वजह है कि यहां के शिक्षक संगठन अब सक्रिय दिखाई देने लगे हैं। डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट (डीटीएफ), नेशनल डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट (एनडीटीएफ) और एकेडमिक फॉर एक्शन एंड डेवलपमेंट (एएडी) ने अपने-अपने प्रत्याशियों के पैनल की भी घोषण कर दी है।
हालांकि एएडी को अभी भी अपने अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार की तलाश जारी है। वहीं डीटीएफ ने डूटा के निवर्तमान अध्यक्ष राजीव रे पर दोबारा भरोसा जताते हुए इस चुनाव में भी उन्हें अध्यक्ष पद का प्रत्याशी बनाया है। जबकि एनडीटीएफ ने अध्यक्ष पद पर उम्मीदवार के तौर पर अनुभवी डॉ. एके भागी पर दांव खेला है। अब देखना यह है कि इस वर्ष के चुनाव में कौन बाजी मारता है।
डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट की बात करें तो संगठन ने डूटा के निवर्तमान अध्यक्ष राजीव रे को दोबारा मौका दिया है। इसके साथ-साथ चार सदस्यीय पैनल की भी घोषणा की गई है। इनमें निवर्तमान अकादमिक परिषद मेंबर आभा देव, वीएस दीक्षित, युवा शिक्षक नेता जीतेंद्र मीणा व विश्वजीत मोहंती शामिल हैं। वहीं एनडीटीफ ने अध्यक्ष पद के लिए एके भागी और कार्यकारी सदस्यों के लिए हरेंद्र कुमार सिंह, लूके खन्ना, महेंद्र मीणा और तरुण गर्ग को मैदान में उतारे हैं। एएडी की बात करें तो अध्यक्ष पद को छोड़कर चार कार्यकारी सदस्यों में डॉ. आलोक पांडेय, डॉ. प्रेम चंद, डॉ. अंजू जैन और डॉक्टर राहुल कुमार पर भरोसा जताया है।
बता दें कि आलोक पांडेय डूटा के निवर्तमान संयुक्त सचिव हैं, जबकि उपाध्यक्ष सुधांशु कुमार इस वर्ष अकादमिक परिषद के चुनाव जीत चुके हैं। डूटा के अध्यक्ष और 15 अन्य सदस्यों के चयन के लिए डीयू में 29 अगस्त को मतदान होगा। मतदान प्रक्रिया के लिए राजनीति विज्ञान विभाग के प्रोफेसर उज्ज्वल सिंह को चुनाव अधिकारी नियुक्त किया है। ज्ञात हो कि डीयू के विभिन्न कॉलेजों और विभागों के 10 हजार से अधिक शिक्षक भाग ले सकेंगे। मतदान में हिस्सेदारी करने के लिए 11 अगस्त शाम 5 बजे तक मतदाता के रूप में पंजीकरण किया जा सकता है।