संदेसरा घोटाला मामले में मंगलवार को एक बार फिर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम कांग्रेस नेता अहमद पटेल से पूछताछ करने उनके घर पहुंची। इससे पहले 27 जून को शनिवार के दिन ईडी की एक टीम उनका बयान दर्ज करने के लिए उनके दिल्ली स्थित आवास पहुंची थी।
ईडी की टीम के अधिकारी धनशोधन कानून अधिनियम के तहत मंगलवार सुबह पटेल का बयान दर्ज करने 23, मदर टेरेसा क्रिस्चन रोड स्थित उनके आवास पहुंचे। मामले से जुड़े एक ईडी सूत्र ने बताया, "एजेंसी ने शनिवार को पटेल से पूछताछ की थी, लेकिन वे संतुष्ट नहीं हुए थे। इसलिए वह उनका बयान दर्ज करने एक बार फिर उनके आवास पहुंचे।"
राज्यसभा सांसद पटेल ने शनिवार को चली आठ घंटे की पूछताछ के बाद कहा था, "चीन के खिलाफ कार्रवाई करने, कोविड-19 महामारी से निपटने के बदले, वे लोग विपक्ष पर हमला कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के लोग आए थे और मुझसे पूछताछ की और मैंने उनके सवालों का जवाब दिया।"
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दरअसल ईडी ने इससे पहले दो बार पटेल को पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन उनका कहना था कि वह सीनियर सिटीजन हैं और कोविड-19 गाइडलाइन के कारण पूछताछ के लिए नहीं आ सकते हैं। इसके बाद एजेंसी ने अपनी एक टीम को पूछताछ के लिए उनके घर भेजा था।
बता दें कि पिछले साल, ईडी ने पटेल के बेटे फैसल पटेल से संदेसरा बंधुओं (चेतन जयंतिलाल संदेसरा और नितिन जयंतिलाल) के साथ उसके संबंधों को लेकर पूछताछ की थी। ईडी ने संदेसरा समूह के कर्मचारी सुनिल यादव का बयान भी दर्ज किया था, जिसमें उसने कहा था कि कांग्रेस नेता का बेटा पार्टी के लिए अपने दोस्तों को लेकर फार्म हाउस आया था और सभी खर्चे का वहन चेतन ने किया था। ईडी को संदेह है कि फैसल और उसके साले इरफान सिद्दकी का संदेसरा बंधुओं से करीबी संबंध है।