औवेसी की पार्टी एआईएमआईएम के राष्ट्रीय प्रवक्ता वारिस पठान के विवादित बयान ने तूल पकड़ लिया है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस ने पठान के बयान की कड़ी आलोचना करते हुए पार्टी को प्रतिबंधित करने की मांग कर दी है। दिल्ली प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह के बयान देश को बांटने का काम करते हैं। चुनाव आयोग को एआईएमआईएम को बैन कर देना चाहिए और सांप्रदायिक बयान देने वाले नेता वारिस पठान को खिलाफ मुकदमा दर्ज होना चाहिए।
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उन्होंने कहा कि जिस तरह का बयान वारिस पठान ने एक सार्वजनिक मंच से कही है वह सांप्रदायिक सद्भाव को ठेस पहुंचाने वाला है। उनका ये बयान केवल हिंदुओं पर नहीं है, बल्कि पूरे देश पर हमला है। ये बयान पूरे देश के सौहार्द बिगड़ता है। ऐसे व्यक्ति के खिलाफ तत्काल प्रभाव से कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा यहां पर कोई युद्ध नहीं हो रहा है। आपसी सौहार्द बनाकर रहना होगा। गौरतलब है कि एआईएमआईएम नेता और महाराष्ट्र से विधायक वारिस पठान ने कर्नाटक के गुलबर्ग में हुई एक रैली के दौरान हिन्दू-मुसलमान का मुद्दा उठाते हुए भड़काऊ बयान दिया था।
पठान ने कहा था कि वे कहते हैं कि हमने अपनी महिलाओं को सामने रखा है, अभी तो केवल शेरनियां बाहर आई हैं और आप पसीना-पसीना होने लगे हैं। तब क्या होगा जब हम सभी साथ आ जाएंगे। 15 करोड़ हैं लेकिन 100 करोड़ पर भी भारी हैं, ये याद रखना। इसी बयान पर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने पलटवार किया है।