नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी (आप) ने नये सिरे से भाजपा और चुनाव आयोग पर आरोप लगाया है। आप का कहना है चुनाव आयोग भाजपा के इशारे पर केन्द्र सरकार को लाभ पहुंचाने का काम कर रहा है। आप के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि चुनाव आयोग जिस प्रकार से 2019 का लोकसभा चुनाव करवा रहा है, उससे आयोग की निष्पक्षता पर प्रश्न उठ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हर बूथ पर पीठासीन अधिकारियों (आरओ) द्वारा 12 तारीख को जो पोलिंग डायरीज जमा कराई गई थीं, उनमें गड़बड़ी करके बदला जा रहा है। दिल्ली में 12 तारीख को ईवीएम के द्वारा चुनाव कराया गया और जब कभी ईवीएम के द्वारा चुनाव किया जाता है, तो उससे संबंधित बहुत सारी जानकारियां लिखित रूप में चुनाव आयोग के पास पीठासीन अधिकारी द्वारा जमा कराई जाती हैं।
हर बूथ पर एक पीठासीन अधिकारी होता है, जिसकी देखरेख में पूरा चुनाव होता है। वह अपनी डायरी में ये बातें लिखता है कि मेरे पास किन बातों के लिए विवाद आया,कितने ऑब्जेक्शन आये, कितनी शिकायतें आईं, मॉकपोल का क्या नतीजा आया, कितने वोट पड़े, क्या बीयू यूनिट नम्बर था, क्या सीयू यूनिट नम्बर था, कितनी महिलाएं थीं, कितने पुरुष थे आदि बहुत सारी जानकारियां लिखता है। अर्थात उस पोलिंग बूथ का पूरा का पूरा पोस्टमॉर्टम उस डायरी में चुनाव के दिन ही शाम को पीठासीन अधिकारी द्वारा जमा कराया जाता है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हमारे पास विश्वस्त सूचना है कि चुनाव के तीन दिन बाद अर्थात 16 मई को चुनाव आयोग ने लगभग 200 से 250 पीठासीन अधिकारियों को बुलाकर उन सभी से नए सिरे से एक पोलिंग डायरी भरवाई और उन पर अधिकारियों के हस्ताक्षर भी करवाए। भारद्वाज ने कहा कि गुरुवार को अम्बेडकर नगर क्षेत्र के सभी पीठासीन अधिकारियों को बुलाया गया था, और उन सभी अधिकारियों से भी दोबारा से यह पोलिंग डायरी भरवाकर हस्ताक्षर करवाए गए हैं।
शुक्रवार को बदरपुर विधानसभा में 53 नंबर से पीठासीन अधिकारियों को बुलाकर उनसे भी नई डायरियां भरवाकर हस्ताक्षर करवाए गए हैं। भारद्वाज ने कहा कि जब हमारे लोगों ने चुनाव आयोग के अधिकारियों से पूछा तो उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा है, जिसकी वजह से हमारा संदेह और बढ़ गया। इसका मतलब यह है कि जो कुछ भी हो रहा है वो गैर कानूनी तरीके से किया जा रहा है। इन पीठासीन अधिकारियों को बुलाकर दोबारा से पोलिंग डायरियों में गड़बड़ी करके नई डायरियां तैयार करवाई जा रही हैं।