नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पिछले एक सप्ताह में इस्तेमाल के लिए अवैध नकदी और हथियारों समेत अन्य सामग्री की आवाजाही पर प्रभावी नियंत्रण नहीं हो पाने से नाराज चुनाव आयोग ने नाराजगी जाहिर की है। मामले में मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने सख्त रुख अपनाते हुए चुनाव अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराने के लिए आपसी सामंजस्य कायम करने का निर्देश दिए हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में तैनात किए गए लगभग 150 पर्यवेक्षकों के साथ अरोड़ा की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई बैठक में छह जनवरी को चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद पिछले एक सप्ताह के दौरान चुनावी तैयारियों की समीक्षा की गई।
आयोग द्वारा जारी बयान के अनुसार बैठक में दिल्ली निर्वाचन कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा पुलिस, प्रशासनिक एवं राजस्व सेवा के अलावा अन्य केंद्रीय सेवाओं के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। बैठक में चुनाव आयुक्त अशोक लवासा और सुशील चंद्रा भी मौजूद थे।
100 आपराधिक मामले दर्ज, 111 गिरफ्तार
दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) कार्यालय से जानकारी के अनुसार छह जनवरी को आचार संहिता लागू होने के बाद 13 जनवरी तक निगरानी दलों ने 53.38 लाख रुपए की नकदी जब्त की गई। इसके अलावा हथियारों की धरपकड़ के मामलों में शस्त्र अधिनियम के तहत 100 आपराधिक मामले दर्ज कर 113 गैरलाइसेंसी हथियार जब्त करते हुए जिसमें 111 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है।
मतदाताओं को लुभाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले अवैध तरीकों को रोकने के लिए आयोग द्वारा तैनात पर्यवेक्षकों की मौजूदगी वाले निगरानी दलों ने चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के 45 मामले दर्ज कर 41 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर किया गया है। वहीं इस अवधि में 109.65 किलोग्राम नशीले पदार्थ भी जब्त कर आबकारी अधिनियम के तहत 267 एफआईआर दर्ज करते हुये 277 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है।
4.02 लाख हटाए गए पोस्टर-बैनर
राजधानी दिल्ली में छह जनवरी से प्रभाव में आई आदर्श आचार संहिता के अनुरूप निगम अधिकारियों ने सार्वजनिक स्थानों से चार लाख से अधिक पोस्टर, बैनर और होर्डिंग हटा दिए हैं। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दीं दिल्ली विधानसभा चुनाव आठ फरवरी को होने हैं।
मतगणना 11 फरवरी को होगी। दिल्ली मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि 13 जनवरी तक दिल्ली में कुल 4,02,426 होर्डिंग, बैनर और पोस्टर हटाये गये हैं जिनमें से 1387 ऐसे क्षेत्रों में हटाये गये जो नई दिल्ली नगरपालिका परिषद के तहत आते हैं और 2284 पोस्टर दिल्ली छाबनी बोर्ड के इलाकों से हटाये गए।
इसी तरह 2,03,999 पोस्टर उत्तर दिल्ली नगर निगम के अधीन क्षेत्रों से, 1,61,619 दक्षिण दिल्ली नगर निगम के अंतर्गत इलाकों से, वहीं 33,137 पूर्वी दिल्ली नगर निगम के अधीन क्षेत्रों से हटाये गए हैं। अधिकारियों के मुताबिक आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के सिलसिले में 13 जनवरी तक दर्ज कुल 45 मामले दर्ज किए गए हैं जिनमें 20 अन्य या गैर-राजनीतिक श्रेणी के हैं।