पश्चिमी दिल्ली : नरेला इलाके में माता मनसा देवी रोड पर दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) की बहुमंजिला निर्माणाधीन साइट पर गुरुवार सुबह एक लिफ्ट गिरने से 11 मजदूर घायल हो गए। मजदूर लिफ्ट में निर्माण सामग्री लेकर ऊपरी मंजिल पर जा रहे थे, तभी लिफ्ट का तार टूट गया थी। घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी को पास के सत्यवादी राजा हरिशचंद्र अस्पताल में दाखिल कराया, जहां से हालत गंभीर पर संदेश (35) को लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल रेफर कर दिया गया। जहां उसकी भी देर रात मौत हो गई।
उत्तरी बाहरी जिला पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी के नरेला पुलिस ने निर्माण कार्य कर रही कंट्रक्शन कंपनी और ठेकेदार के खिलाफ लापरवाही का मामल दर्ज किया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है। पुलिस को शुरुआती छानबीन में पता चला है कि मजदूरों को बिना सुरक्षा उपकरण के काम कराया जा रहा था। पुलिस के मुताबिक, सुबह करीब नौ बजे सूचना मिली थी कि निर्माणाधीन इमारत की लिफ्ट गिर गई है।
पुलिस ने घायलों को पास के अस्पताल में दाखिल कराया, जहां घायलों की पहचान सुनीता, सविता, मुकंदी, हीरा, नरिमद, सानू, मुन्ना, मनोज राम, तौफिक, राज कुमारी और सुबोध के रूप में हुई है। मजूदर मनोज ने बताया कि वह सुबह करीब नौ बजे लिफ्ट में सीमेंट और रेत लेकर आठवीं मंजिल पर जा रहे थे, तभी अचानक से लिफ्ट की तार टूट गया।
इस हादसे में लिफ्ट में सवार मजदूर और नीचे काम कर रहे घायल हो गए। मजदूरों ने बताया कि उन्हें सुरक्षा के लिए कोई उपकरण नहीं मुहैया कराया गया था। घायल मजदूरों में से अधिकतर मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं। तीन मजदूरों को पैर में चोट लगी है, जबकि चार मजदूरों को हाथ में चोटें पहुंची है। फिलहाल सभी घायलों का राजा हरिशचंद्र अस्पताल में इलाज चल रहा है।
पहले भी हो चुके हैं हादसे
नरेला में डीडीए के बहुमंजिला इमारत का निर्माणधीन कार्य बीते कई सालों से चल रहा है। बीते वर्ष हुए हादसे में एक जूनियर इंजीनियर की मौत हो गई थी। जहां यह हादसा हुआ है। वहां 25 मंजिला इमारत बनाने का कार्य चल रहा है।
हादसे के बाद मचा कोहराम
घायल मुकंदी ने बताया कि सभी मजदूर अन्य दिनों की तरह काम कर रहे थे। रंगरोगन और कुछ मजदूर सिमेंट और रेत लेकर लिफ्ट के सहारे 15वीं मंजिल पर ले जा रहे थे, तभी अचानक से आठवीं मंजिल पहुंचने पर लिफ्ट का तार टूट कर नीचे गिर गया। इस बीच जब तक मजदूर कुछ करते हादसे का शिकार हो गए।
लोगों ने की तोड़फोड़
घटना के बाद गुस्साएं लोगों ने निर्माणाधीन फ्लैटों में तोड़फोड़ की। हालांकि पुलिस के समझाने के बाद लोग शांत होकर घटनास्थल से चले गए। वहीं कुछ मजदूूरों ने विरोध जताया कि साइट पर कोई सुरक्षा के मद्देनजर कोई सामान उपलब्ध नहीं है।
साइट थे मजदूर
घायलों में अधिकतर मजदूर मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। यह सभी मजदूर निर्माणाधीन साइड पर ही झुग्गी बना कर रहते हैं। इनमें से कुछ मजदूर काफी वक्त से साइट पर काम कर रहे थे।
घटना की जांच करेगा डीडीए
नरेला में हुई घटना के बाद डीडीए ने जांच के आदेश दे दिए हैं। डीडीए के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि निर्माण कार्य कर रहे ठेकेदार को आदेश दिए गए हैं कि वह सभी पीड़ित मजदूरों को संबंधित श्रम कानूनों के तहत उपयुक्त मुआवजा दे। साथ ही डीडीए के अधीक्षण अभियंता को इस मामले की जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वह जांच के दौरान देखेंगे कि कैसे साइट पर सुरक्षा में चूक हो रही है।