आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू ने मंगलवार को कहा कि केंद्र में भाजपा नेतृत्व वाली सरकार के शासन में देश में ”सब कुछ ध्वस्त हो गया है।” उन्होंने सीबीआई के निदेशक आलोक वर्मा और विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के बीच जारी टकराव को लेकर भी सरकार को घेरा।
रिश्वतखोरी के आरोपों को लेकर अस्थाना के नेतृत्व वाले एक विशेष जांच दल के सदस्य डीएसपी देवेंद्र कुमार की गिरफ्तारी के बाद यह टकराव और बढ़ गया। चंद्रबाबू नायडू ने कहा, ”हमने एक समर्पित सौर नीति है लेकिन सरकार ने सब में गड़बड़ कर दी है। यह एक गंभीर स्थिति है। वे सबकुछ खराब कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा, ”आज, आप सीबीआई को भी देखें, वहां भी सबकुछ गड़बड़ चल रहा है। सभी संस्थानों पर ध्यान दें, सबकुछ ध्वस्त हो चुका है। इन चीजों की कभी कल्पना नहीं की थी।” भाजपा नेतृत्व वाले राजग का हिस्सा रही तेदेपा के अध्यक्ष ने साथ ही भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए 500 और 2,000 रुपये के नोट बंद करने की भी मांग की।
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उन्होंने केंद्र की भाजपा सरकार की ”खामियां” गिनाते हुए कहा, ”लोकतंत्र खतरे में है। धर्मनिरपेक्षता खतरे में है। अर्थव्यवस्था का बुरा हाल है और संस्थाएं बर्बाद कर दी गयी हैं। केंद्र- राज्य संबंध बिगड़ गए हैं।”
मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा, ”सबको उम्मीद थी कि (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी काम करेंगे। लेकिन उन्होंने (सबको) निराश किया।” नायडू ने नोटबंदी के फायदों को लेकर सवाल करते हुए कहा कि नोटबंदी के दौरान लोगों को परेशानी हुई।