गार्गी कॉलेज में छात्राओं के साथ हुई छेड़छाड़ की घटना में जांच कर रही फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने अब तक 600 से अधिक गवाहों के बयान दर्ज किए हैं। दिल्ली के गार्गी कॉलेज में 6 फरवरी को आयोजित एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान छात्राओं के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया था।
कमेटी की शुरूआती जांच में कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा मामले में सबसे बड़ी लापरवाही की जानकारी सामने आई। कॉलेज ने कैंपस में कार्यक्रम में हिस्सा लेने वालों की संख्या को कम करके आंका था। इसने लैंगिक मुद्दों पर कॉलेज के कर्मचारियों को तत्काल संवेदनशील बनाने की सिफारिश की।
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कॉलेज के छात्र ने एक बयान में कहा, “समिति ने पाया कि आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) पक्षपातपूर्ण और समझौतावादी है और फरवरी अंत तक यूजीसी की आवश्यकताओं के अनुसार एक नया आईसीसी गठित किया जाएगा।” सोमवार को जनरल बॉडी मीटिंग के दौरान, समिति ने छात्राओं और अन्य सदस्यों के समक्ष अपने प्रारंभिक निष्कर्ष प्रस्तुत किए थे।
बता दें कि दिल्ली यूनिवर्सिटी के गार्गी कॉलेज में छह फरवरी को कॉलेज फेस्ट के दौरान कुछ व्यक्तियों का एक समूह परिसर में घुस गया था। उन समूहों ने वह मौजूद छात्राओं से कथित तौर पर छेड़छाड़ की थी। छात्राओं ने दावा किया है कि इस पूरी घटना के दौरान सुरक्षा अधिकारी खड़े होकर तमाशा देखते रहे।
छात्राओं द्वारा सोशल मीडिया पर इस घटना की आपबीती सुनाने के बाद इस मामले पर ध्यान दिया गया है। वहीं इस मामले में शामिल एक और आरोपी को गिरफ्तार किया गया है और अब तक कुल 15 लोगों की गिरफ़्तारी हो चुकी है।