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दिल्ली में चल रही थी भारतीय रुपए के साथ नकली अमेरिकन डॉलर की छपाई

दिल्ली में नकली नोटों को छापने की फैक्ट्री और नकली नोटों की सप्लाई करने का रैकेट चलाने वाले तस्करों के गिरोह का दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम ने पर्दाफाश किया है।

नई दिल्ली : दिल्ली में नकली नोटों को छापने की फैक्ट्री और नकली नोटों की सप्लाई करने का रैकेट चलाने वाले तस्करों के गिरोह का दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम ने पर्दाफाश किया है। नकली नोटों के डिजाइनिंग और छपाई का काम तो नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में पहले से ही जारी था और अब तस्कर अन्य इलाकों नकली नोटों की छपाई का कारखाना लगाकर बड़े स्तर पर तस्करी करने की पूरी तैयारी कर रहे थे। 
खास बात यह है कि आरोपी भारतीय करेंसी के नकली नोटों के साथ नकली अमेरिकन डॉलर की छपाई और सप्लाई के काम का भी रैकेट चला रहे थे। जिनके पास से जहां 54 लाख रुपए से ज्यादा के भारतीय नकली नोटों के अलावा एक करोड़ रुपए से ज्यादा की कीमत के अमेरिकन डॉलर भी जब्त किए गए हैं। इसकी पुष्टि करते हुए स्पेशल सेल पुलिस उपायुक्त प्रमोद सिंह कुशवाहा ने आरोपियों की पहचान तबरेज अहमद (38), शोएब मलिक (28), रघुराज सिंह (52), दानिश मलिक (28) और उन्वान अंसारी (40) के तौर पर की है। 
इनमें से जहां रघुराज सिंह उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर का रहने वाला है, वहीं अन्य सभी आरोपी दिल्ली के अलग-अलग इलाकों के रहने वाले हैं। इनके पास से जहां 54 लाख 89 हजार 50 रुपए की नकली भारतीय करेंसी बरामद हुई, वहीं 1 करोड़ 17 लाख 25 हजार रुपए कीमत की 1,67,500 नकली अमेरिकन डॉलर बरामद किया है। साथ ही पुलिस टीम ने आरोपियों के पास से दो पिस्टल और चार कारतूस भी बरामद किया है।
पढ़े-लिखे आरोपी, तकनीक में माहिर… आरोपी दानिश मलिक पहले फोटो स्टूडियो में काम करता था और डिजाइनिंग में महारथ होने की वजह से नकली नोटों की डिजाइनिंग करता था। उन्वान अंसारी दिल्ली विश्वविद्यालय का छात्र रह चुका है और वेब इंजीनियरिंग कर चुका है। तकनीक कौशल होने की वजह से वह लोगों से नकली नोटों की सप्लाई कर बिटक्वाइन ठग लेता था। वह शोएब मलिक के साथ मिलकर सीलमपुर के एक घर में डिजाइनिंग और प्रिंटिंग करता था और नकली नोटों की प्रिंटिंग करने की फैक्ट्री लगाने की फिराक में था। 
नॉर्थ-ईस्ट में रैकेट का खुलासा…
पुलिस उपायुक्त ने बताया कि नकली नोटों का कारोबार करने वालों के बारे में स्पेशल सेल की टीम लगातार जानकारी जुटा रही थी। इसी बीच पिछले कुछ समय के दौरान स्पेशल सेल को सूचना मिली थी कि दिल्ली के नॉर्थ-ईस्ट इलाके में बड़ी तादाद में नकली नोटों की छपाई और सप्लाई का काम किया जा रहा है। पुलिस को पता चला कि आरोपी दिल्ली में छपाई के लिए बड़ी फैक्ट्री लगाने की कोशिश कर रहे हैं। 
पुलिस ने पूरे रैकेट का पता लगाने के लिए जानकारी जुटानी शुरू की और लक्ष्मी नगर में नकली नोटों की सप्लाई होने की सूचना पर घात लगाकर तीन तस्करों तबरेज, शोएब और रघुराज सिंह को 3 लाख के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने बताया कि वे 20 रुपए के कमीशन पर 100 रुपए का नोट लेकर सप्लाई करते हैं। 
गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस टीम ने दो अन्य आरोपी दानिश मलिक और उन्वान अंसारी को तीन दिन बाद गिरफ्तार करते हुए पुलिस ने करीब 51.76 लाख रुपए के नकली नोट जब्त किए। सारे नोट 2000, 500, 100 और 50 रुपए में थे। इसके अलावा 100-100 रुपए के 167500 नकली अमेरिकन डॉलर भी बरामद हुए। साथ ही हथियार भी बरामद हुए।

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