नयी दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो कि दिल्ली में राशन कार्ड छपाई का ठेका देने के फर्जी काराबार में लिप्त पाया गया। केन्द्र की ‘एक देश – एक राशन कार्ड’ योजना के तहत नये राशन कार्ड छपाने को लेकर यह गोरखधंधा चलाया जा रहा था। केन्द्रीय मंत्री राव साहेब दादाराव दान्वे ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि झारखंड के प्रत्युष कुमार और उसके सहयोगी विकास कुमार को इस मामले में राष्ट्रीय राजधानी में गिरफ्तार किया गया है।
खाद्य एवं उपभोक्ता मामले राज्य मंत्री ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘सरकार की एक देश एक राशन कार्ड योजना के तहत नये राशन कार्ड की जरूरत नहीं है। लेकिन इस गिरोह ने लोगों को यह कहकर भ्रमित किया कि योजना के तहत नये राशन कार्ड की जरूरत है और इसके लिये एक निजी कंपनी को ठेका जारी किया गया। उन्होंने यह कार्य आधार ब्यौरे के साथ प्लास्टिक कार्ड की छपाई करने के लिये उप- ठेके के तौर पर दिया।’’
मंत्री ने कहा कि 6 फरवरी को उनके कार्यालय ने पुलिस को इस संबंध में सूचित किया। पुलिस को बताया गया कि उन्हें इस बारे में सूचनायें मिल रही हैं कि कुछ लोग राशन कार्ड छपाई ठेका जारी करने जैसी धोखाधड़ी करने में लगे हैं। इसके बाद दो मार्च को महाराष्ट्र से मामले में पीड़ित एक व्यक्ति भगवत साहेबारो वायन ने मंत्रालय से संपर्क किया और मामले में शिकायत की। मामले को देखने के लिये एक टीम गठित की गई।