केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान यूनियनों के बंद के दौरान सिंघू बॉर्डर से एक दुखद खबर सामने आ रही है। सोमवार को यहा पर भारत बंद आंदोलन के बीच एक किसान की मौत हो गई है। इस मामले पर पुलिस की प्रतिक्रिया सामने आई है। पुलिस ने कहा है कि किसान की मौत हार्ट अटैक की वजह से हुई है। मौत की असल वजह का पोस्टमार्टम में पता चलेगा। भारत बंद के बीच सिंघू बॉर्डर (दिल्ली-हरियाणा) में सोमवार को किसान कम संख्या में देखे गए, जहां वे पिछले साल 26 नवंबर से धरने पर बैठे हैं।भारत बंद के कारण सोमवार को पंजाब और हरियाणा में सैकड़ों लोगों को बसों, टैक्सियों और परिवहन के अन्य साधनों के नहीं चलने से परेशानी का सामना करना पड़ा।
ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई
केन्द्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ विभिन्न किसान यूनियन द्वारा आहूत ‘भारत बंद’ के कारण सोमवार को करीब 25 ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई। उत्तर रेलवे के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘दिल्ली, अंबाला और फिरोजपुर संभागों में 20 से अधिक स्थानों पर जाम हैं। इसके कारण करीब 25 ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई है।’’
अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली-अमृतसर शान-ए-पंजाब, नई दिल्ली-मोगा एक्सप्रेस, नई दिल्ली से कटरा जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस और अमृतसर शताब्दी आदि प्रभावित ट्रेनों में शामिल हैं। किसान संगठनों ने तीन कृषि कानूनों के पारित होने के एक साल पूरा होने पर सोमवार को भारत बंद का आह्वान किया है। बंद सुबह छह बजे से शाम चार बजे तक प्रभावी रहेगा।
गौरतलब है कि देश के विभिन्न हिस्सों, विशेष रूप से पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान, पिछले साल नवंबर से दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी केन्द्र के तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। किसानों को भय है कि इससे न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) प्रणाली खत्म हो जाएगी। हालांकि सरकार इन कानूनों को प्रमुख कृषि सुधारों के रूप में पेश कर रही है। दोनों पक्षों के बीच 10 दौर से अधिक की बातचीत हो चुकी है, लेकिन सभी बेनतीजा रहीं।