उत्तरी पूर्वी दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) समर्थकों और विरोधियों के बीच भड़की हिंसा में अब तक 712 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। वहीं इस मामले में 200 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। दिल्ली पुलिस के पीआरओ एमएस रंधावा ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी।
एमएस रंधावा ने बताया कि दिल्ली में फिलहाल कानून और व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से सामान्य है। वरिष्ठ अधिकारी स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। हम सभी फुटेज का विश्लेषण कर रहे हैं, हिंसा में शामिल लोगों को पहचानने के लिए फेस रिकग्निशन तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि कई लोग हिंसा को लेकर अपने बयान दर्ज कराने के लिए आगे आए हैं। एसआईटी और स्थानीय पुलिस इस मामले में जांच कर रही है। अब तक हमने 712 एफआईआर दर्ज की हैं। 200 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। हमें बहुत सारे वीडियो मिले हैं जो हमें जांच में मदद करेंगे। वहीं प्रदर्शन के दौरान दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल की मौत के सिलसिले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गुरुवार को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के दिल्ली प्रमुख परवेज अहमद और सचिव मोहम्मद इलियास को दंगों से इनके संबंध के चलते गिरफ्तार किया है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, “हमने मोहम्मद इलियास और परवेज अहमद को दिल्ली में हुए दंगों के दौरान कथित तौर पर लोगों को उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया है।”