कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर की रेड लाइट पर बैठकर आंदोलन कर रहे किसानों पर एफआईआर दर्ज की गई है। किसानों पर कोरोना काल में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन ना करने और महामारी एक्ट और अन्य धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। आंदोलनकारी किसानों को दिल्ली की सीमाओं पर डेट हुए दो हफ्ते से अधिक का समय हो चुका है।
ये किसान 29 नवम्बर को लामपुर बॉर्डर से जबरन दिल्ली की सीमा में घुस आए थे और सिंघु बॉर्डर की रेड लाइट पर धरने पर बैठ गए थे, तब से अब तक वहां किसान ऐसे ही रोड ब्लॉक कर बैठे हैं। 7 दिसम्बर को भी पुलिस ने अलीपुर थाने में किसानों के खिलाफ FIR दर्ज की थी।
12-14 दिसंबर के प्रदर्शन की रणनीति के साथ तैयार किसान, टिकैत बोले- पहले सरकार हटे पीछे
कृषि कानूनों पर सरकार और किसानों के बीच तकरार तेज होती जा रही है। जहां एक और किसान अपनी मांगों को लेकर टस से मस नहीं हो रही वहीं कानूनों को लेकर केंद्र सरकार भी अपना रुख स्पष्ट कर चुकी है। दोनों पक्ष अपने-अपने रुख पर अड़े हैं, जिसके कारण टकराव बढ़ता जा रहा है।
किसान संगठनों ने मांगें नहीं माने जाने पर देश के विभिन्न रेलमार्गों और राजमार्गों को अवरुद्ध करने की चेतावनी दी है। विभिन्न राज्यों के हजारों किसान पिछले करीब दो हफ्ते से दिल्ली के सिंघू, टिकरी, गाजीपुर और चिल्ला (दिल्ली-नोएडा) बार्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं।