पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर की लैंडफिल साइट (कूड़े के पहाड़) में सोमवार दोपहर को लगी भीषण आग का प्रभाव मंगलवार को धुंए के रूप में नजर आया। आग पर काबू पाने के बाद गाजीपुर इलाका धुंए की चपेट में है। आग लगने की इस घटना पर पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) को 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया।
सोमवार को लगी इस आग के कारन उठने वाले धुंए को नोएडा से भी देखा गया। आसपास के लोगों ने दोपहर करीब 2 बजकर 27 मिनट पर आग लगने की जानकारी फायर ब्रिगेड को दी थी। जिसके बाद फायर ब्रिगेड ने तत्काल छह गाड़ियां मौके पर भेज दीं। जहां कड़ी मेहनत के बार देर रात को आग पर काबू पा लिया गया।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) को इस घटना के संबंध में 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया। उल्लेखनीय है कि पिछले साल अप्रैल में गाजीपुर लैंडफिल साइट पर आग लगने के बाद डीपीसीसी ने पूर्वी दिल्ली नगर निगम पर 40 लाख रुपये का जुर्माना लगाया था।
वहीं, पूर्वी दिल्ली नगर निगम की स्थायी समिति के अध्यक्ष बीर सिंह पवार ने कहा कि आग लगने का कारण ”उच्च तापमान” रहा क्योंकि कूड़े में प्लास्टिक की अत्याधिक मात्रा रहती है और मीथेन का उत्सर्जन होता रहता है। उन्होंने कहा कि आग बुझाने की प्रक्रिया में सहायता के मद्देनजर निगम ने 22 बुलडोजर को काम पर लगाया।
उधर, गाजीपुर लैंडफिल की ताजा घटना को लेकर आम आदमी पार्टी की नेता आतिशि ने बीजेपी पर निशाना साधा और ट्वीट कर कहा, ”अब दिल्ली नगर निगम को सीधे केंद्र सरकार के तहत लाया जा रहा है, शायद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हमे ये बताएं कि गाजीपुर लैंडफिल साइट के संकट से निपटने की उनकी क्या योजना है।”