नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) के विरोध और समर्थकों के बीच सोमवार को उत्तर पूर्वी दिल्ली में चार जगहों पर हिंसा भड़क उठी। इस दौरान एक पुलिसकर्मी समेत पांच लोगों की मौत हो गई। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हालात पर काबू पाने के लिए आपात बैठक बुलाई है।
हिंसा में डीसीपी, समेत 80 से ज्यादा घायलों को जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जीटीबी भर्ती में दाखिल लोगों में ज्यादातर हिंसा से जुड़े या फिर बेकसूर हैं। गुरु तेग बहादुर अस्पताल में दाखिल घायलों में से कई की हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस के मुताबिक, घायलों में कई थाना क्षेत्रों के लोग शामिल हैं।
तमाम मामलों में अभी तक एफआईआर तक दर्ज नहीं हुई है। मैक्स अस्पताल में दाखिल पुलिसकर्मियों में से तीन की हालत नाजुक बताई जा रही है। मौजपुर चौक पर सोमवार को धरने पर बैठे लोगों पर सुबह 11 बजे कबीरनगर की तरफ से आए लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। इसके बाद चांदबाग में भी पथराव और आगजनी की घटनाएं शुरू हो गई।
हिंसा के बाद उत्तर पूर्वी दिल्ली में धारा 144 लागू कर दी गई है। वही हिंसा के दौरान उत्तर पूर्वी दिल्ली के सरकारी और प्राइवेट स्कूल मंगलवार को बंद कर दिए गए हैं। स्कूलों में होने वाली गृह परीक्षाएं भी रद्द कर दी गई हैं। दिल्ली के शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया ने बोर्ड परीक्षा रद्द करने का आग्रह किया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हिंसा त्याग शांति कायम करने की अपील की है। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और सांसद राहुल गांधी ने लोगों से संयम और समझदारी दिखाने का अनुरोध किया।