दक्षिणी दिल्ली : दिल की बीमारी का इलाज करने दिल्ली के एम्स लाई जा रही 6 माह की मासूम बच्ची ने फ्लाइट में ही दम तोड़ दिया। बच्ची के मां-बाप उसे इलाज के लिए पटना से दिल्ली के एम्स लेकर आ रहे थे। समय रहते एम्स पहुंचने के लिए उन्होंने फ्लाईट से सफर करना बेहतर समझा, लेकिन इससे पहले की वे बच्ची को लेकर एम्स पहुंच पाते, बच्ची ने उड़ान के दौरान ही फ्लाइट में दम तोड़ दिया।
घटना की पुष्टि करते हुए आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस उपायुक्त संजय भाटिया ने बताया कि बच्ची रचिता कुमारी लॉजेनिटल हार्ट की बीमारी से ग्रसित थी। उसके मां-बाप ने बताया कि बच्ची के दिल में छोटा छेद था, जिसका दिल्ली के एम्स में इलाज कराया जा रहा था। बच्ची के मां-बाप ने किसी पर भी किसी प्रकार का आरोप नहीं लगाया है।
फ्लाइट में ऑन बोर्ड हुई घटना… पुलिस अधिकारी ने बताया कि गुरुवार की सुबह आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस को सूचना मिली थी कि एक 6 माह के बच्ची की फ्लाइट में मौत हो गई है। सूचना पर पहुंची पुलिस को पता चला कि पटना से दिल्ली आने वाली स्पाइसजेट की फ्लाइट संख्या एसजी-8481 की घटना है। दरअसल, बिहार के बेगुसराय के रहने वाले राजेन्द्र राजन की 6 माह की बच्ची को जन्म से ही दिल की बीमारी थी। उसके दिल में छोटा छेद था, जिसका दिल्ली के एम्स में इलाज कराया जा रहा था। इलाज के लिए उन्हें समय-समय पर दिल्ली आना पड़ता था।
गुरुवार को भी वे दिल्ली आने के लिए अपनी पत्नी डिंपल और बेटी रचिता के साथ निकले थे। उनकी पटना से दिल्ली आने वाली स्पाइसजेट फ्लाइट की टिकट थी। गुरुवार सुबह वे अपनी बच्ची और पत्नी के साथ फ्लाइट में सवार हुए। उड़ान भरने कुछ देर बाद अचानक बच्ची की तबीयत काफी खराब होने लगी। इससे पहले की कोई कुछ कर पाता, बच्ची ने रेस्पॉन्स देना बंद कर दिया। दिल्ली एयरपोर्ट पर विमान के लैंड करते ही बच्ची का ऑन बोर्ड इलाज करने पहुंचे डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
एक्सपर्ट की राय… घटना पर अपनी राय देते हुए एक डॉक्टर ने कहा कि आमतौर पर फ्लाइट के अंदर एयर प्रेशर ज्यादा होता है। मुमकिन है कि दिल का मरीज होने की वजह से बच्ची प्रेशर को नहीं झेल पाई और उसकी मौत हो गई। फ्लाइट के दौरान तबीयत बिगड़ने पर उसको जरूरी इलाज नहीं मिल पाने की वजह से उसने दम तोड़ दिया। डॉक्टरों की मानें तो बीमारी के दौरान फ्लाइट से सफर करना पड़े तो पहले डॉक्टरी सलाह ले लेनी चाहिए।