नई दिल्ली : यमुनापार स्थित बाबरपुर से गुजर रहे ड्रेन नंबर 52 में अब कचरा नहीं तैरेगा। रविवार को इस नाले में एक फ्लोटिंग एंकर उतारा गया। नाले में बह रहा कचरा एक जगह इकट्ठा हो जाएगा। जिसके बाद क्रेन की मदद से एंकर को उठाकर कचरे को दूसरी जगह पर ठिकाने लगा दिया जाएगा। दरअसल रविवार को उपराज्यपाल अनिल बैजल इस नाले का दौरा करने पहुंचे।
उनके साथ प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार डॉ विजय राघवन, पूर्वी निगम की आयुक्त डॉ. दिलराज कौर, जलबोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी निखिल कुमार भी थे। इस दौरान एलजी ने अधिकारियों को 30 अगस्त से पहले पूरा नाला साफ करने के निर्देश दिए। मानसून से पहले सभी नालों की सफाई अच्छे से हो ताकि कहीं भी जलभराव की समस्या उत्पन्न न हो।
प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार डॉ विजय राघवन ने कहा कि नाले में तैरने वाली अस्थायी सामग्री एक प्रमुख समस्या हैं, इसके समाधान के लिए नई तकनीक का उपयोग जरूरी है। ताकि इस समस्या को दूर किया जा सके। इसके लिए यहां पर तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है। इस नाले के दोनों तरफ आबादी रहती है।
लोगों को इसकी गाद से काफी दिक्कत होती है। लोगों ने इसकी शिकायत एलजी से की थी। एलजी के दौरे में ही कुछ लोगों ने प्रदर्शन भी किया। वह इस नाले को बंद करने की मांग कर रहे थे। पुलिस ने किसी तरह प्रदर्शनकारियों को संभाला।