नई दिल्ली : दिल्ली में दो बार सांसद तथा विश्व हिन्दू परिषद् (विहिप) के केन्द्रीय मंत्री रहे जुझारू नेता बैकुंठ लाल शर्मा ‘प्रेम’ उर्फ प्रेम सिंह ‘शेर’ का शनिवार को नई दिल्ली में निधन हो गया, वे 90 वर्ष के थे। स्वर्गीय प्रेम का पार्थिव शरीर रविवार प्रात: 9 बजे से सोमवार प्रात: 8 बजे तक दक्षिणी दिल्ली के राम कृष्ण पुरम, सेक्टर 6 स्थित विश्व हिन्दू परिषद् मुख्यालय में अंतिम दर्शनों के लिए रखा जाएगा।
उनका अंतिम संस्कार दिल्ली के निगम बोध घाट में सोमवार सुबह 9 बजे किया जाएगा। बीएल शर्मा के निधन पर विहिप उपाध्यक्ष चम्पत राय ने कहा कि वे किसी भी पद-प्रतिष्ठा से ऊपर रहकर समाज के हर वर्ग के साथ कंधे से कंधा मिलाकर राष्ट्र-धर्म के लिए आजीवन समर्पित रहे। राय ने उनकी आत्मा की शान्ति तथा परिजनों को धैर्य प्रदान करने की प्रभु से प्रार्थना की।
इस बारे में विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने बताया कि 17 दिसंबर 1929 में अविभाजित भारत के सियालकोट में जन्मे बैकुंठ लाल शर्मा बाल्याकाल से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े तथा मात्र 18 वर्ष की अल्पायु में हुई भारत विभाजन की विभीषिका से उनके बाल मन पर गहरा प्रभाव पड़ा। प्रेम ने दशकों तक विश्व हिन्दू परिषद् दिल्ली के महामंत्री के रूप में कार्य करते हुए राजधानी के हिन्दुओं की विविध समस्याओं का निराकरण कराया।
उन्होंने राम जन्मभूमि आन्दोलन हेतु दिल्ली से राम भक्तों को संगठित करने का काम किया। वे दो बार दिल्ली के सांसद रहे तथा बाद में राजनीति में व्याप्त भृष्टाचार से छुब्द होकर उन्होंने राजनीति से सन्यास लेकर पुन: विश्व हिन्दू परिषद् का कार्य किया। वे विहिप के केन्द्रीय मंत्री संरक्षक व मार्गदर्शक भी रहे।