मणिपुर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गोविंददास कोंटौजम रविवार यानी आज भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए है। राजधानी दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह, राज्य के केंद्रीय प्रभारी संबित पात्रा और राज्यसभा सदस्य व पार्टी के मीडिया विभाग के प्रभारी अनिल बलूनी की मौजूदगी में कोंटौजम को भाजपा की सदस्यता दिलाई गई। इस अवसर पर बलूनी ने कहा, ‘हम भाजपा परिवार में उनका स्वागत करते हैं।’
मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के कामकाज से मणिपुर की जनता बहुत प्रभावित है तथा वह भाजपा से जुड़ना चाहती है। कोंटौजम ने इस अवसर पर कहा, ‘पार्टी के लिए मैं पूरे मन से काम करूंगा और पार्टी का जो भी आदेश होगा, उसके अनुसार काम करूंगा। अगले साल विधानसभा चुनाव में भाजपा को पूर्ण बहुमत दिलाकर सत्ता में वापसी के लिए दिल लगाकर काम करूंगा।’
Shri @KonthoujamG joins BJP at party headquarters in New Delhi. https://t.co/cZHLSTlyrT
— BJP (@BJP4India) August 1, 2021
वहीं पात्रा ने कहा कि कोंटौजम न सिर्फ मणिपुर, बल्कि समूचे पूर्वोत्तर का एक जाना-माना चेहरा हैं और उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम से प्रभावित होकर भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है। उन्होंने कहा, ‘यह प्रधानमंत्री मोदी के विकास कार्यों पर मुहर है।’ भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद कोंटौजम ने पार्टी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा से मुलाकात की। इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री बीरेन सिंह भी मौजूद रहे।
कोंथौजम ने पिछले महीने पद से दिया था इस्तीफा
कांग्रेस लगातार बीजेपी पर पार्टी तोड़ने का आरोप लगाते आ रही है। ऐसे में कोंटौजम के बीजेपी में शामिल होने के बाद विपक्षी पार्टियों के बीच चर्चाएं और तेज हो गईं हैं। कोंटौजम ने पिछले महीने मणिपुर विधायक के साथ-साथ एमपीसीसी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा था। हालांकि इंफाल में कांग्रेस भवन में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से अपना त्याग पत्र देते हुए कोंटौजम ने कहा था कि उन्होंने व्यक्तिगत कारणों के कारण यह कदम उठाया है।
दिग्गज नेताओं में से एक हैं कोंटौजम
गोविंददास कोंटौजम की गिनती दिग्गज नेताओं में होती है। वह लगातार 6 बार मणिपुर की विष्णुपुर विधानसभा सीट से जीते हैं। वो विधानसभा में चीफ व्हिप भी हैं। कोंथौजम को हाईकमान का करीबी भी माना जाता रहा है। ऐसे में विधानसभा चुनाव से पहले उनका बीजेपी में शामिल होना बीजेपी के लिए फायदेमंद माना जा रहा है।