दक्षिण दिल्ली की पूर्व मेयर सुनीता और दो अन्य पार्षदों को शुक्रवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया। एक दिन पहले ही वे भाजपा शासित नगर निगमों के मेयरों की अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल में शामिल हुए थे। यह अनशन नगर निकायों को दिल्ली सरकार से ‘बकाया राशि’ दिए जाने की मांग को लेकर किया जा रहा है
। दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास के बाहर नगर निकायों के नेताओं का धरना अपने 12वें दिन में प्रवेश कर गया। लेकिन वे पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। महापौरों (मेयर) और तीनों नगर निगमों के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने बृहस्पतिवार को निगमों के लिए पैसे जारी करने की मांग को लेकर धरना स्थल पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी। उनका दावा है कि नगर निगमों का पैसा सरकार पर बकाया है।
उत्तरी दिल्ली के मेयर जयप्रकाश, दक्षिणी दिल्ली की मेयर अनामिका और पूर्वी दिल्ली के मेयर निर्मल जैन ने दोपहर के समय अपनी भूख हड़ताल शुरू की थी। प्रकाश ने कहा कि भूख हड़ताल के कारण तीन पार्षदों का स्वास्थ्य बिगड़ गया और उन्हें हिंदू राव अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
दक्षिण दिल्ली की पूर्व महापौर सुनीता के अलावा पूर्वी दिल्ली नगर निगम में स्वास्थ्य समिति की अध्यक्ष कंचन माहेश्वरी और माया बिष्ट को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने कहा कि रक्त शर्करा में कमी के कारण इन तीनों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। तीनों महापौरों का दावा है कि दिल्ली सरकार पर नगर निगमों का कुल मिलाकर 13,000 करोड़ रुपये बकाया है।