नई दिल्ली : कॉरपोरेट जगत में पारिवारिक कलह का नया मामला सामने आया है। Fortis Healthcare के पूर्व प्रवर्तक शिविंदर सिंह ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने अपने बड़े भाई मालविंदर मोहन सिंह और रेलिगेयर के पूर्व प्रमुख सुनील गोधवानी के खिलाफ राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) में अपील की है।
शिविंदर ने अपने भाई पर फोर्टिस, आरएचसी होल्डिंग और रेलिगेयर के मैनेजमेंट में गड़बड़ी का आरोप लगाया है। जिसकी वजह से कंपनी, शेयरहोल्डर और कर्मचारियों को नुकसान हुआ। याचिका में रेलीगेयर के पूर्व सीएमडी सुनील गोधवानी को भी प्रतिवादी बनाया है। बता दें कि Fortis के शेयरधारकों ने पिछले महीने मलेशिया की आईएचएच के साथ 7,100 करोड़ रुपए के सौदे को मंजूरी दी थी। मलेशियाई कंपनी इसमें नियंत्रक हिस्सेदारी लेगी।
शिवइंदर ने लिखा है, ”दो दशक से लोग मलविंदर और मुझे एक दूसरे का पर्याय समझते थे। हकीकत यह है कि मैं हमेशा उनका समर्थन करने वाले छोटे भाई की तरह था। मैंने सिर्फ Fortis के लिए काम किया। 2015 में राधास्वामी सत्संग, ब्यास से जुड़ गया। मैं भरोसेमंद हाथों में कंपनी छोड़ गया था। लेकिन दो साल में ही कंपनी की हालत खराब हो गई। परिवार की प्रतिष्ठा के कारण अब तक चुप रहा। ब्यास से लौटने के बाद कई महीनों से कंपनी संभालने की कोशिश कर रहा था, लेकिन विफल रहा।”