नई दिल्ली : तीस हजारी कोर्ट में दिल्ली पुलिस ने डीडीसीए सचिव विनोद तिहारा के खिलाफ दो चार्जशीट दायर की हैं। तीस हजारी के चीफ मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट के समक्ष पूर्व सांसद व पूर्व इंटरनेशनल क्रिकेटर कीर्ति आजाद और कुछ खिलाडि़यों के पैरेंट्स की शिकायत के आधार पर दिल्ली पुलिस ने ये चार्जशीट दायर की हैं। दिल्ली पुलिस को तिहारा के खिलाफ 2014-2015 में उम्र में धोखाधड़ी कर किक्रेटरों को बड़े मंच पर खिलाने की शिकायत प्राप्त हुई थी। जिस पर ही पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी।
जांच के आधार पर पुलिस ने चार्जशीट में डीडीसीए सचिव विनोद तिहारा, विद्या जैन पब्लिक स्कूल प्रिंसीपल नरेश जैन और उम्र में धोखाधड़ी करने में साथ देने वाले खिलाड़ियों के पैरेंट्स को आरोपी बनाया है। इनको आईपीसी की धारा 420, 468, 471, 120बी और 34 के तहत आरोपी बनाया गया है। चार्जशीट के अनुसार जांच में यह सामने आया है कि विनोद तिहारा जो उस समय प्रासंगिक बिंदु पर डीडीसीए की स्पोर्ट्स वर्किंग कमेटी के संयोजक थे।
उन्हें डीडीसीए के क्रिकेट मामलों की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। उन्होंने डीडीसीए में अपने पद का दुरुपयोग किया। पुलिस जांच के मुताबिक तिहारा ने दो संस्थानों विद्या जैन पब्लिक स्कूल और लाल बहादुर शास्त्री क्लब जोकि दोनों ही उनके स्वामित्व वाले हैं। इनके जरिए ऐसे पैरेंट्स को उम्र में हेर-फेर और धोखाधड़ी के लिए संस्थागत मंच प्रदान किया। जो अपने बच्चाें को जल्दी आगे बढ़ा सकें। ऐसे पैरेंट्स ने अपने बच्चों की उम्र को धोखाधड़ी से नगरनिगम के रिकॉर्ड में बदल दिया।
उन्हें विद्या जैन स्कूल में एक काल्पनिक तारीख का प्रमाण बनाने के लिए भर्ती कराया गया। एक अन्य चार्जशीट के अनुसार तिहारा पर आरोप लगाते हुए कहा गया है कि एक खिलाड़ी के पैरेंट्स ने स्वीकार किया है कि उनका बेटा लाल बहादुर शास्त्री क्लब के लिए खेलता था। जिसका मालिकाना हक विनोद तिहारा के पास था। इस पैरेंट्स को तिहारा ने विद्या जैन स्कूल की मदद से उनके बेटे की उम्र में बदलाव करने का लालच दिया। तिहारा ने आश्वस्त किया कि वह डीडीसीए में एक प्रभावशाली पद पर हैं। और उनके बेटे की इंटरनेशनल स्तर पर करियर बनाने में वह मदद करेंगे।