जमशेदपुर : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि मां भगवती से यही आराधना है कि प्रत्येक झारखंड वासी की मनोकामना पूर्ण करें घर-घर में समृद्धि आए और अज्ञानता दूर होकर झारखंड सर्वत्र ज्ञान के प्रकाश का अभ्युदय करे। उन्होंने कहा कि आज के दिन नारी सशक्तिकरण की दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए सिलाई प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन इस बात को दर्शाता है कि सरकार महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लि, कितनी गंभीरता पूर्वक काम कर रही है। उन्होंने कहा कि पूरा ब्रह्मांड और पूरी सृष्टि मातृ शक्ति द्वारा संचालित है। यह शक्ति विभिन्न रूपों में सर्वत्र व्याप्त है।
मातृशक्ति सिंह जैसे शक्तिशाली जीव की सवारी करके आती है और यही शक्ति पूरी सृष्टि में प्रवाहित है। यही मातृ शक्ति परिवार का भी पालन पोषण कर रही है। नारी शक्ति के बिना कुटुंब व्यवस्था छिन्न-भिन्न हो जाएगी और पारिवारिक व्यवस्था की कल्पना भी नहीं की जा सकती। हमारे देश में नारी शक्ति की पूजा की जाती है। बिरसा नगर के क्षेत्र में महिलाओं का आर्थिक सशक्तीकरण करने और उन्हें स्वावलंबी बनाने की दिशा में यह शुरुआत की गई है।’ मुख्यमंत्री आज सामुदायिक भवन बिरसानगर जोन नंबर टू बी, जमशेदपुर में झारखंड राज्य खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड सिलाई प्रशिक्षण केंद्र के उद्घाटन के अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की सोंच थी कि भारत आजादी के बाद परावलंबन से स्वावलंबन की ओर बढ़े।
राष्ट्रपिता के बताए रास्ते पर चलने का काम और उनके सपनों का भारत बनाने का काम देश के प्रधानमंत्री ने किया है और देशवासियों को यह भरोसा दिया कि महात्मा गांधी के सपनों का भारत बनाने के लिए बापू के आदर्शों को देश अमल में ला रहा है। बापू ने देशवासियों से अपील की थी कि अधिक से अधिक खादी का प्रयोग करें, जिससे खादी का प्रचलन बढऩे के साथ साथ इसके निर्माण में लगे देशवासियों को रोजगार के अधिक से अधिक अवसर प्राप्त हों।
मुख्यमंत्री ने कहा कि घरों में खादी की चादर.पर्दे का उपयोग करें, घर में कार्यालय में हर काम में खादी का प्रयोग करने से आवश्यकता पूरी होने के साथ.साथ उसमें लगी महिलाओं, कारीगरों को रोजगार के साधन भी प्राप्त होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी का एक और सपना था कि भारत स्वच्छ बने। प्रधानमंत्री ने 2 अक्टूबर 2014 को देशवासियों का आह्वान किया था कि 2019 में राष्ट्र जब महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती मना रहा होगा तब उनके चरणों में हम स्वच्छत भारत अर्पित करेंगे। इस दिशा में झारखंड सरकार ने 2018 में ही स्वच्छ झारखंड बनाने की दिशा में पहल की है।
2014 में जहां झारखंड के 18 प्रतिशत घरों में शौचालय थे वहीं आज 99.9 प्रतिशत घरों में शौचालय हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 नवंबर को जब राज्य अपनी स्थापना दिवस मनाएगा तब हम देश को यह बताएंगे कि हमने 2018 में ही शत-प्रतिशत लक्ष्य को प्राप्त कर लिया है। इसका श्रेय भी महिला शक्ति को जाता है। झारखंड को स्वच्छ बनाने में भी महिला शक्ति का असीम योगदान है। राज्य की सहिया, जल सहिया, रानी मिस्त्री ने बढ़-चढक़र राज्य को स्वच्छ बनाने में अपनी भूमिका सुनिश्चित की है।
60,000 रानी मिस्त्रियों को प्रशिक्षित करके, प्रत्येक शौचालय के लिए प्रोत्साहन राशि देते हुए शौचालय का निर्माण पूर्ण किया गया है। उन्होंने कहा कि झारखंड की महिलाएं काफी मेहनती हैं। यह महिलाएं हमारे राज्य और राष्ट्र की शक्ति बने इसके लिए सरकार प्रयास कर रही है। आजादी के बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि देश में रक्षा मंत्रालय और विदेश मंत्रालय महिला शक्ति संभाले हुए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार महिलाओं के स्वाबलंबन हेतु प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है।
जेएसएलपीएस के माध्यम से 17 लाख महिलाओं को प्रशिक्षित करके बैंक से उनका टाई अप कराने के बाद यह महिलाएं आज अपनी आजीविका का अर्जन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए प्रत्येक जिले में पोल्ट्री फेडरेशन सोसायटी बनाकर इसके माध्यम से उत्पादित अंडों को विद्यालयों और अस्पतालों में आपूर्ति की जाएगी।
राज्य के सिलाई प्रशिक्षण केंद्रों से प्रशिक्षण प्राप्त महिलाएं अपनी आजीविका अर्जित कर सकती हैं, और इसके लिए सरकार बाजार उपलब्ध कराएगी। करोड़ों का कपड़ा प्रति स्कूल में बच्चों को देते हैं। खादी ग्राम उद्योग बोर्ड एवं झारक्राफ्ट सारा कपड़ा स्कूलों में सप्लाई करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय की हर खेत को पानी और हर हाथ को रोजगार देने की सोच को सार्थक करने के लिए सरकार मिशन और विजन मोड में काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नशा समाज के लिए कोढ़ है।
नशे से पूरा परिवार कर्ज में डूब जाता है। आबकारी विभाग को भी सख्त आदेश सरकार ने दिया है। समाज में भी जागरण का काम करना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिरसानगर के प्यार, सहयोग और स्नेह के कारण ही एक मजदूर आज मुख्य सेवक बना है। आज आप सभी गर्व के साथ कह सकते हैं कि राज्य के गांव-गांव और गली.गली में विकास की गंगा प्रवाहित हो रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्व के इतिहास में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना स्वास्थ्य के क्षेत्र की सबसे बड़ी योजना है और राज्य में 68 लाख परिवारों में से 57 लाख परिवार इससे आच्छादित हैं। स्वास्थ्य योजना को घर.घर तक पहुंचाने का लक्ष्य है। बिरसा मुंडा और तिलका मांझी की धरती से इस महत्त्वाकांक्षी योजना की शुरुआत की गई। इस योजना के कार्यान्वयन के लिए राज्य सरकार 400 करोड रुप, अतिरिक्त देकर लोगों को सालाना 5,00,000 के स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर रही है।
केवल राशन कार्ड देकर योजना का लाभ कोई भी ले सकता है और दवा, बेड सहित तमाम सुविधाएं योजना के तहत् नामित किसी भी अस्पताल में मुफ्त में इलाज करा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब कोई भी गरीब से गरीब व्यक्ति भी असहाय नहीं हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत् 50 महिलाओं को गैस सिलेंडर रसोई गैस चूल्हा और एलपीजी कनेक्शन प्रदान किया गया।
इस अवसर पर झारखंड राज्य खादी बोर्ड के अध्यक्ष संजय सेठ, सीईओ सुमन पाठक, दीपांकर पांडा, सलाहकार योगेश मल्होत्रा, खादी बोर्ड के सदस्य कुलवंत सिंह बंटी, झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष गुरुदेव सिंह राजा, झारखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कल्याणी शरण, उपायुक्त अमित कुमार तथा अन्य लोग उपस्थित थे।