पूर्वी दिल्ली : नॉर्थ-ईस्ट डिस्ट्रिक्ट के नंद नगरी इलाके में शुक्रवार दिनदहाड़े कार सवार दो लोगों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई गईं। दोनों घायलों को उपचार के लिए जीटीबी अस्पताल ले जाया गया, जहां दोनों को मृत घोषित कर दिया गया। मृतकों की पहचान खुरवेश पहलवान (43) और कंछी लाल (33) के तौर पर हुई है। दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भिजवा दिया गया है। एक ओर खुरवेश के परिजन इसे गैंगवार बता रहे हैं।
जबकि खबर लिखे जाने तक शुरुआती जांच के बाद पुलिस का कहना है कि रंजिश के चलते वारदात को अंजाम दिया गया है। सीसीटीवी फुटेज की मदद से दो आरोपियों की पहचान कर ली गई है। उनमें से एक का खुरवेश से एक साल पहले झगड़ा हुआ था। आरोपियों की कार चलाने वाला आशू पुलिस की हिरासत में है, जबकि दूसरे की धरपकड़ के लिए छापेमारी की जा रही है। खुरवेश नंद नगरी थाने का घोषित बदमाश (बीसी) था। वर्ष 2015 में उस पर मकोका भी लगी हुई थी। इसके साथ ही खुरवेश पर 41 आपराधिक मामले भी दर्ज थे।
जानकारी के मुताबिक, खुरवेश परिवार सहित प्रताप नगर के बी-ब्लॉक में रहता था। इसके परिवार में पिता राम सिंह, मां कमलेश, पत्नी ममता, बेटा प्रवीण, बेटी लक्षिता व अन्य परिजन हैं। नंद नगरी में उसका केबल का कारोबार था। वह इलाके में अखाड़ा भी चलाता था। शुक्रवार दोपहर करीब 12 बजे वह अपने जानकार कंछी के साथ मुंशी मार्किट से अपनी सेंट्रो कार का एसी ठीक करवाकर वापस नंद नगरी लौट रहा था। इस बीच वह जैसे ही चार खंभा नंद नगरी पहुंचे उसी दौरान कुछ बदमाशों ने दोनों को घेरकर उन पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं।
इसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। दोनों को आधा दर्जन गोलियां लगने की बात सामने आई है। 12ः12 पर मामले की सूचना पुलिस को मिली। मौके पर जमा हुए लोगों ने दोनों घायलों को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।
15 दिन पहले मैसेज से मिली थी धमकी
बीती छोटी होली पर खुरवेश के घर के पास रहने वाले कुछ लोगों से झगड़ा हो गया था। उसी केस में वह जेल के अंदर बंद था। 15-20 दिन पहले ही वह जमानत पर बाहर आया था। बाहर आते ही उसे फोन पर मैसेज के जरिए धमकी मिली थी कि तुझे जान से मार देंगे।
परिजनों की माने तो इस बारे में खुरवेश ने उन्हें तो बताया था, लेकिन पुलिस से कोई शिकायत नहीं की थी। दावा किया गया है कि ये मैसेज उसे मंडोली जेल में बंद कुछ कैदियों ने भेजा था। साथ ही परिजनों ने मौजपुर निवासी बिट्टू, सुंदर नगरी निवासी आसिफ और नंद नगरी निवासी अमन पर खुरवेश की हत्या करने का आरोप लगाया है।
बेवजह मारा गया घर का सहारा…
इस हत्याकांड में मारा गया कंछी का किसी गैंगवार या रंजिश से कोई लेना देना नहीं था। वह बेवजह ही मारा गया है। दरअसल कंछी परिवार सहित खुरवेश के ऑफिस से थोड़ी दूर ही रहता है। वह जीटीबी अस्पताल के एक डॉक्टर की कार चलाता था। इसके परिवार में मां मूती देवी, पत्नी कविता, चार वर्षीय बेटी हिमांशी, दो भाई व अन्य परिजन हैं। एक भाई अपनी पत्नी बच्चों के साथ शास्त्री नगर में रहता है। जबकि दूसरा भाई बीमार रहता है।
पूरे परिवार का खर्च कंछी ही उठाता था। शुक्रवार सुबह वह दवाई लेने की बात कहकर घर से निकला था। करीब दस बजे वह घर के पास ही बाहर बैठा था। उसी दौरान खुरवेश उसके पास कार लेकर पहुंचा और कहा कि वह कार का एसी ठीक करवाने जा रहे हैं। तुझे कार के बारे में जानकारी है, साथ चल। इस पर कंछी उसके साथ कार में बैठकर चला गया। मगर वापस घर लौट नहीं सका। कंछी का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है।