पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर गुजरात चुनाव प्रचार के दौरान आरोप लगाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से माफी की मांग कर रही कांग्रेस ने आज राज्यसभा में अपना रूख बदलते हुए कहा कि वह माफी की नहीं बल्कि बयान वापस लेने की मांग कर रही है।
प्रधानमंत्री के बयान को लेकर कांग्रेस संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने के दिन से ही सदन में हंगामा कर रही है। उसके सदस्य प्रधानमंत्री से माफी की मांग करते हुए नारे भी लगाते रहे हैं। आज भी हंगामे के कारण सदन में शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं हो पाया।
दो बार के स्थगन के बाद कार्यवाही पुन: शुरू होने पर विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कांग्रेस ने मोदी से माफी की मांग नहीं की है। हम सिर्फ यह चाहते हैं कि प्रधानमंत्री अपना बयान वापस लें। उन्होंने कहा कि गुजरात चुनाव जीतने के मद्देनजर प्रधानमंत्री को बयान वापस लेते हुये यह कहना चाहिए कि यह सिर्फ ‘चुनावी स्टंट’ था।
कांग्रेस नेता ने कहा कि मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री पर गुजरात चुनाव को प्रभावित करने के लिए पाकिस्तान के साथ मिलकर साजिश रचने का आरोप लगाया था। यह आरोप ऐसी बैठक को लेकर लगाया गया जिसमें न सिर्फ राजनयिक शामिल थे बल्कि देश के पूर्व सेना प्रमुख भी शामिल थे।
आजाद ने कहा कि यह आरोप पूर्व प्रधानमंत्री पर लगाया गया जबकि कांग्रेस का एक आम कार्यकर्ता भी पाकिस्तान के साथ साजिश रचने की बात सोच भी नहीं सकता है। इस पर संसदीय कार्य राज्यमंत्री विजय गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री का नाम नहीं लिया है।
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