नई दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को ऑड-ईवन के बीच राजधानिवासियों को कलस्टर की 100 नई बसों का तोहफा दिया है। मुख्यमंत्री ने 100 बसों को राजघाट डिपो से हरी झंडी दिखाकर विभिन्न रूटों पर रवाना किया। ये 100 बसें 1,000 स्टैंडर्ड फ्लोर बसों की लाने की दूसरी खेप है। इनकी पहली खेप 25 अक्टूबर को आई थी, जिसमें 104 बसें शामिल थी। संतरी कलर की ये नई बसें 37 सीटों वाली हैं।
सभी बसों में हाइड्रोलिक लिफ्ट हैं, जिससे दिव्यांग जनों को बस में सवार होने में सहूलियत होगी। इसके अलावा बस में 14 पैनिक बटन लगाए गए हैं। हर साइड में 7-7 पैनिक बटन हैं। इसके साथ ही तीन सीसीसीटीवी कैमरे अंदर लगाए गए हैं। इस मौके पर उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत मौजूद थे।
अगले 6-7 महीनों में आ रही हैं 3000 बसें : केजरीवाल
बसों को रवाना करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, स्वास्थ्य के लिए पूरी दुनिया में पहचाना जा रहा है, जल्द ही दिल्ली को अपने पब्लिक बस सिस्टम के लिए भी जाना जाएगा। दिल्ली सरकार अगले 6-7 महीनों में राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों पर 3000 बसें उतारने वाली है, जिसमें से 1000 इलेक्ट्रिक बसें भी दिल्ली में आएंगी। यह भारत में किसी राज्य में अब तक का सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक बसों का बेड़ा होगा।
1000 बसों से ग्रामीण क्षेत्र में परिवहन व्यवस्था होगी सुदृढ़
मुख्यमंत्री ने कहा कि 1000 नई बसें आने से दिल्ली के ग्रामीण क्षेत्र में परिवहन व्यवस्था ठीक हो जाएगी। ग्रामीण क्षेत्र के लोग अब तक बसों की कमी का सामना कर रहे थे। मेट्रो स्टेशनों, अस्पतालों और ट्रैफिक इंटरचेंज हब के लिए कश्मीरी गेट, आनंद विहार टर्मिनल और सराय काले खां में मेट्रो स्टेशनों, कनेक्टिविटी प्रदान करने वाले अतिरिक्त मार्गों को इन बसों द्वारा सेवा दी जाएगी।
बसों का समय पर होगा रखरखाव
नई क्लस्टर बसों के समय पर रखरखाव के सवाल पर मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि बसों के फीचर मेंटेंन रहेंगे। पहले सुविधा डिलीवरी की समस्या थी। अब ऐसा नहीं होगा। बसों का रखरखाव होगा। स्कूलों और अस्पतालों को बनाए रखने के लिए पिछली सरकारों को भी बजट स्वीकृत किए गए थे, लेकिन केवल इस सरकार ने उस बजट के साथ स्कूलों और अस्पतालों को बेहतर बनाने पर काम किया है।