पश्चिमी दिल्ली : बाहरी उत्तरी दिल्ली में अपने चचेरे भाई की हत्या का बदला लेने के इरादे से आए गोगी गैंग के शार्प शूटर को अलीपुर पुलिस ने वारदात करने से पहले ही काबू कर लिया है। आरोपी की पहचान दीपक उर्फ मोनू के रूप में हुई है। वह गांव अलीपुर का रहने वाला है। पुलिस ने आरोपी से दो पिस्टल, आधा दर्जन कारतूस और चोरी की बाइक बरामद की है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। जिले के डीसीपी गौरव शर्मा के अनुसार, अलीपुर थाने में दीपक के खिलाफ आधा दर्जन से ज्यादा आपरधिक मामले दर्ज हैं। वह अलीपुर थाने का घोषित बदमाश है। इसकी तलाश पुलिस को काफी समय से थी।
दीपक आखिरी बार पिछले साल जनवरी के माह में उस समय पकड़ा गया था, जब उसने अपने साथियों के साथ एक ज्वैलरी शोरूम से लाखों के गहने लूटे थे। बीते साल दिसंबर माह में वह तिहाड़ से जमानत पर बाहर आया था। अलीपुर थाना पुलिसकर्मी को गश्त करते देख बाइक सवार संदिग्ध हालत में भागने का प्रयास करने लगा। पुलिसकर्मियों ने बाइक सवार को रुकने का इशारा करने पर वहां से तेजी से भागा। उसका काफी दूरी पीछा कर दबोच लिया था। आरोपी की पहचान दीपक के रूप में हुई।
मौके पर से जब्त बाइक रंजीत नगर इलाके से चोरी की थी। उसकी एफआईआर स्थानीय थाने में दर्ज है। आरोपी की तलाशी लेने पर दो पिस्टल और आधा दर्जन कारतूस बरामद किये। दीपक ने पूछताछ में बताया कि वह गैंगस्टर जितेंद्र उर्फ गोगी के लिए काम कर रहा है। पिछले साल सुनील उर्फ टिल्लू गैंग के साथियों ने उसके चचेरे भाई अरुण उर्फ कमांडों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। उसका बदला लेने के लिए हत्यारों को काफी समय से मारने की फिराक में था। दूसरी तरफ पिछले साल गोगी के करीबी साथी देवेंद्र नामक बदमाश की गोली मारकर हत्या हुई थी।
जिसके बेटे विनय को शक था कि उसके पिता की हत्या कराने में दीपक ने मुखिबरी की थी। उसका बदला विनय, दीपक को मारकर लेना चाहता था। दीपक विनय को मारना चाहता था। दीपक को लगता था कि अगर उसने विनय को नहीं मारा तो विनय उसको मार देंगा। दीपक ने पुलिस को बताया कि पिछले माह ही रोहिणी इलाके में हेमंत नामक बदमाश के भाई पंकज की गोली मारकर हत्या की थी। पुलिस ने बताया कि दीपक सोनीपत के काला नामक बदमाश को मारना चाहता था।