नई दिल्ली : यमुना के बढ़ते जलस्तर से पैदा होने वाली स्थित से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। बाढ़ नियंत्रण विभाग के कर्मचारी यमुना के जलस्तर पर पल-पल नजर रख रहे हैं। हालांकि, दिल्ली सरकार के अधिकारियों का कहना है कि अभी राजधानी में बाढ़ के हालात नहीं बने है। विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यमुना में खतरे का जलस्तर 204.50 मीटर है जबकि शाम पांच बजे का जलस्तर 203.57 रहा। ऐसे में बाढ़ जैसी स्थिति से डरने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि शाम पांच बजे तक 11 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था जो एक रुटीन प्रक्रिया है। साथ ही अधिकारी ने यह भी बताया कि यमुना में बाढ़ जैसे हालात तब पैदा होते हैं एक ही दिन में प्रत्येक घंटे एक लाख या उससे ज्यादा क्यूसेक पानी छोड़ा जाए या यमुना में एक साथ पांच-छह लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जाए। इसे दिल्ली आने में दो दिन लगते हैं लेकिन फिलहाल ऐसी कोई स्थिति नहीं है। इसके अलावा हरियाणा की ओर से हमें भविष्य में पानी छोड़े जाने के बारे में अभी कोई सूचना नहीं दी गई है।
अधिकारी ने ये भी बताया कि बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए हमने फ्लड कंट्रोल रूम तैयार हैं। वहां तैनात अधिकारी पल-पल जलस्तर पर नजर रख रहे हैं। यदि ऐसी कोई स्थिति उत्पन्न होगी तो यमुना के निचले इलाकों में मुनादी करके लोगों को वहां से हटाने का काम शुरू किया जाएगा। इसके अलावा भी अन्य उपाए आजमाये जाएंगे पर फिलहाल बाढ़ के हालात नहीं दिख रहे हैं।